बेस्ट परफोर्मेंस दिखाने पर नगर निगम को मिल सकता है सालाना एक हजार करोड़ तक का आवंटन : गरिमा
सूबे के 17 महापौर व नगर निगमों के आयुक्त की कार्यशाला में मिले बुनियादी स्तर पर शहरी विकास व गंदगी उन्मूलन के टिप्स
घर विहीन परिवारों को किराए पर व मलिन बस्ती में गरीबी उन्मूलन की योजनाएं बनाने का मिला प्रशिक्षण
सालाना बजट का 13 से 15 फीसदी राजस्व वसूली करने को विभाग के अपर मुख्य सचिव ने बताया अनिवार्य
✍️ सह संपादक
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। नगर निगम महापौर गरिमा देवी सिकरिया ने जताया कि बेस्ट परफोर्मेंस दिखाने पर नगर निगम को सालाना एक हजार करोड़ तक का आवंटन सरकार से मिल सकता है।
इसकी पहली शर्त यह है कि नगर निगम बोर्ड व नगर प्रशासन को अपने कुल वार्षिक बजट का न्यूनत्तम 13 से 13 फीसदी की राजस्व वसूली पूरे वित्तीय अनुशासन के साथ करना ही होगा। श्रीमती सिकारिया ने यह भी बताया कि अपने नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार, रोजी रोजगार के साथ संपूर्ण स्वच्छता को प्रभावी बनाने की दिशा में नगर निगम प्रशासन योजनाबद्ध तरीके से कार्य करेगा।
नगर निगम सरकार के बेहतर कामकाज के लिए चार व पांच मई को पटना में आयोजित। राज्य स्तरीय कार्यशाला में नगर आयुक्त शंभू कुमार के साथ शामिल होकर लौटीं महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने विस्तार से उक्त जानकारी दी। उन्होंने यह भी बताया कि नगर विकास एवं आवास विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुणेश चावला और विभाग स्तर बुलाए गए शहरी विकास के विशेषज्ञ रीवा मध्य प्रदेश के अभिनव तिवारी से मिली जानकारी का महापौर ने विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया संपूर्ण शहरी क्षेत्र में सुखा और गीले कचरे का वैज्ञानिक प्रबंधन और सिवरेज सिस्टम से निकलने वाली गंदे पानी के उपचार को पूर्णतया अनिवार्य बताया गया है। महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि नगर निगम प्रशासन द्वारा सरकारी भूखंडों पर्व बहुमंजिले आवासीय भवन का निर्माण भी कराया जाना है। जिसका मासिक किराए के आधार पर आवंटन निगम क्षेत्र में अस्थाई रूप से रहने वाले घर विहीन परिवारों को किराए पर उपलब्ध कराने की योजना पर भी अमल की योजना है। वही शहरी मलिन बस्ती में गरीबी उन्मूलन की योजनाएं बनाने का प्रशिक्षण भी कार्यशाला में दिया गया है।