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निरीक्षण में अंचल का अभिलेख संधारण नहीं मिला अपडेट

डीएम के निरीक्षण में अंचल के अभिलेख संधारण नहीं मिला अपडेट, डीएम ने जताई नाराजगी तो वहीं एडीएम के आदेश के 4 वर्षों बाद भी सरकारी जमीन का जमाबंदी अब तक नहीं हुआ रद्द

रिपोर्ट : संतोष कुमार, विशेष संवाददाता

अमिट लेख

त्रिवेणीगंज, सुपौल)। जिला पदाधिकारी कौशल कुमार ने आज गुरुवार को त्रिवेणीगंज अंचल कार्यालय का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के दौरान अंचल कार्यालय के लिपिक द्वारा ससमय अभिलेख का संधारण नहीं रहने से जिला पदाधिकारी ने असंतोष जाहिर किया है।

साथ ही इस दौरान एक ऐसा भी मामला सामने आया कि तकरीबन 2 एकड़ सरकारी जमीन का जमाबंदी रद्द करने का आदेश एडीएम सुपौल के द्वारा बीते 4 वर्ष पूर्व दिया गया। लेकिन आदेश के 4 वर्ष बीत जाने के बाद भी आज तक उस जमाबंदी को त्रिवेणीगंज अंचल अधिकारी के द्वारा रद्द नहीं किया गया। आज एक ग्रामीण द्वारा इस मामले को लेकर त्रिवेणीगंज अंचल के एक लिपिक विनोद कुमार निराला पर राजेश्वरी पूर्वी के निवासी पंकज कुमार परवीन ने आरोप लगाया कि जमाबंदी रद्द करने के नाम पर 5 हजार रुपये घूस लिया और बताया गया कि मेरी निजी जमीन नहीं है। फिर भी सरकारी जमीन की जमाबंदी रद्दीकरण करने के लिए अंचल के लिपिक विनोद कुमार निराला के द्वारा ऐसा किया गया। लेकिन आज तक जमाबंदी रद्द नहीं की गई है। अंचल निरीक्षण के उपरांत सुपौल जिलाधिकारी कौशल कुमार ने कहा कि त्रिवेणीगंज अंचल कार्यालय का आज सामान्य निरीक्षण था। सारे अभिलेख पंजियों की जांच की गई है। अभिलेख का संधारण संतोषजनक नहीं पाया गया। इसको लेकर जो लिपिक इसके जिम्मेदार है। दोषी हैं। उनको अभिलेख ठीक करने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है। इसके अलावे सूचना मिली कि कुछ अंचल के कर्मी ऑफिस में नहीं रहते हैं। लिपिक को रोजाना सुबह 10 बजे और शाम को 5 बजे अनुमंडल कार्यालय त्रिवेणीगंज में उपस्थित होकर अपना उपस्थिति बनाने को कहा गया है। वहीं सरकारी जमीन की जमाबंदी रद्द करने के मामले पर उन्होंने कहा कि हमें इनके बारे में जानकारी नहीं है। हमारे पास आवेदन आएगा तो जो नियम होगा उस आधार पर कार्यवाई की जाएगी। निरीक्षण के दौरान मौके पर अनुमंडल पदाधिकारी शंभू नाथ अपर अनुमंडल पदाधिकारी प्रमोद कुमार अंचलाधिकारी दिनेश प्रसाद आदि उपस्थित थे।

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