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फाइलेरिया के परजीवी रात में ही सक्रिय होते हैं

फाइलेरिया के परजीवी रात में ही सक्रिय होते हैं, इसलिए एनबीएस में आता सही रिपोर्ट : डॉ. सिन्हा

– जिले के सभी प्रखंडों में शुरू हुआ नाइट ब्लड सर्वे, पहले दिन लिए गए 821 सैंपल
– फाइलेरिया उन्मूलन के लिए चयनित किए है 15-15 सेंटिनल और रैंडम साइट
– एसीएमओ ने जिलावासियों से की एनबीएस को सफल बनाने की अपील

✍️ अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो

– अमिट लेख

आरा/भोजपुर। जिले को फाइलेरिया मुक्त बनाने के लिए अभियान की शुरुआत हो चुकी है। जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी सह एसीएमओ डॉ. केएन सिन्हा ने मीरगंज स्थित सेंटिनल साइट से नाइट ब्लड सर्वे की शुरुआत की। इस दौरान एसीएमओ ने स्थानीय लोगों को नाइट ब्लड सर्वे (एनबीएस) तथा सर्वजन दवा सेवन अभियान (एमडीएम) से संबंधित जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले से फाइलेरिया को पूरी से मिटाने के लिए एमडीए अभियान बेहद जरूरी है। लेकिन एमडीए तभी सफल होगा, जब वहां एनबीएस का रिपोर्ट सटीक आएगा। एनबीएस पर चर्चा करते हुए एसीएमओ ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे के तहत फाइलेरिया प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर वहां रात में लोगों के रक्त के नमूने लिए जाते हैं। इसे प्रयोगशाला भेजा जाता है और रक्त में फाइलेरिया के परजीवी की मौजूदगी का पता लगाया जाता है। फाइलेरिया के परजीवी रात में ही सक्रिय होते हैं, इसलिए नाइट ब्लड सर्वे से सही रिपोर्ट पता चल पाता है। उन्होंने जिले वासियों से एनबीएस को सफल बनाने के लिए सहयोग की अपील की। मौके पर जिला व प्रखंड स्तर के स्वास्थ्य विभाग की टीम, स्थानीय गांव के फ्रंटलाइन वर्कर्स, जनप्रतिनिधि व अन्य लोग भी मौजूद रहें।

जिले में बनाए गए हैं 30 साइट :

डॉ. सिन्हा ने बताया कि जिले में 15 सेंटिनल और 15 रैंडम साइट बनाए गए हैं। जहां पर रात्री में रक्त के नमूने लिए जाएंगे। इसके लिए सदर प्रखंड के शहरी क्षेत्र में पिरौटा व ग्रामीण क्षेत्र में धरहरा, अगियांव के बड़गांव, बड़हरा के नेकनाम टोला, बिहिया के बिहिया, चरपोखरी के नगरी, गड़हनी के कउप, जगदीशपुर के बाहर टोला, कोईलवर के कसियां, पिरो के पंचरुखिया, सहार के कोल डिहरी, संदेश के अहिमनचक (नूरपुर), शाहपुर के बिलौटी, तरारी के बिहटा व उदवंतनगर के स्थानीय गांव का चयन किया गया है। वहीं, रैंडम साइट्स में सदर प्रखंड के शहरी क्षेत्र में मनीराम टोला व ग्रामीण क्षेत्र में गौसगंज, अगियांव में मेधरियां, बड़हरा में मनी छपरा, बिहिया में विक्रमपुर, चरपोखरी में मिल्की टोला, गड़हनी में लालगंज, जगदीशपुर में छोटकी हरदिया, कोईलवर के रामपुर, पिरो के रसौली, सहार के अंधरी टोला, संदेश में खंडोल, शाहपुर में बरीश्वन, तरारी में वसौरी तथा उदवंतनगर में सेवगर गांव का चयन किया गया है।

15 साइट्स से लिए गए 821 नमूने :

वीबीडीसी अजीत कुमार ने बताया कि जिले में 20 जून से सभी प्रखंडों में एनबीएस शुरू हो चुका है। पहले दिन जिले में 15 साइट्स पर 821 लोगों के नमूने लिए गए। हालांकि, प्रत्येक साइट्स से 300 लोगों के खून का सैंपल लेना है। मंगलवार से इसको बढ़ाया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग के गाइट लाइन्स के अनुसार रात 8:30 बजे से लेकर 12 बजे तक ही साइट्स पर सैंपल लिए जाएंगे। जिसकी जांच सैंपल लेने के 24 घंटों के अंदर कर लेनी है। इसके लिए प्रत्येक प्रखंड के दो-दो लैब टेक्नीशियन को प्रशिक्षण दिया जा चुका है। वीबीडीएस ने बताया कि विभाग के अनुसार जिन इलाकों में माइक्रो फाइलेरियासिस का रेट एक प्रतिशत से अधिक होगा वहीं एमडीएम अभियान चलाया जाएगा।

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