



विपक्षी एकता की बैठक में सिर्फ राहुल गांधी के दाढ़ी कटवाने और विवाह कर लेने का सहमति बना : संजय जयसवाल
✍️ सह-संपादक
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। 25 जून भारतीय लोकतंत्र के इतिहास में एक काला दिन के रूप में याद किया जाता रहेगा, क्योंकि इसी दिन 25 जून 1975 को प्रधानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी द्वारा लोकतंत्र को कुचलने के लिए पूरे देश में इमरजेंसी लगाया गया था। उक्त बातें मीडिया कर्मियों को संबोधित करते हुए पश्चिम चंपारण के सांसद एवं भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल ने कही। आगे उन्होंने कहा कि अपने को जयप्रकाश नारायण का अनुयाई मानने वाले लोग कभी भी जेपी के मूर्ति पर माल्यार्पण कर लोकतंत्र को हर हालत में बचाये रखने के लिए कसम नहीं खाया होगा। आज बिहार सरकार पूर्ण रूप से लोकतंत्र विरोधी हो चुकी है। विपक्षियों की बैठक हुई पर किसी ने लोकनायक जयप्रकाश नारायण के मूर्ति पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि तक देना उचित नहीं समझा। लालू व नीतीश दोनों ही जेपी के त्याग और बलिदान की आहुति दे दी है। विरोधी दल की आस्था लोकतंत्र पर अब नहीं परिवार तंत्र पर हो गई है। भाजपा सांसद संजय जयसवाल व नौतन विधायक एवं प्रदेश के पूर्व पर्यटन मंत्री नारायण प्रसाद ने चंपारण तटबंध का दौरा करने के बाद तटबंध पर चिंता जाहिर किया और बताया कि चंपारण तटबंध बाढ़ से पूर्व में ध्वस्त हो सकता है। इसकी बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय झा को कोई चिंता नहीं है। चंपारण तटबंध पर पोखरिया में दो स्थानों पर एवं आसाराम पटखौली में एक स्थान पर गंडक नदी का दबाव बना हुआ है जो कभी भी टूट सकता है, परन्तु उसकी चिंता बिहार सरकार को नहीं है। मौके पर चनपटिया विधायक उमाकांत सिंह, जिलाध्यक्ष रूपक श्रीवास्तव, विजय चौधरी, रवि कुमार आदि भाजपा नेता व कार्यकर्ता उपस्थित थे।