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Post: किसान महा सभा का प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना

किसान महा सभा का प्रखंड मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना

अखिल भारतीय किसान महासभा के द्वारा जगदीशपुर ब्लॉक पर किसानों  का एक दिवसीय धरना हुआ

✍️ अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो

– अमिट लेख
आरा /भोजपुर। अखिल भारतीय किसान महासभा के द्वारा जगदीशपुर ब्लॉक पर किसानों का एक दिवसीय धरना हुआ।जिसका संचालन भाकपा माले जिला कमिटी के सदस्य शाहनवाज खान ने किया।

धरना की मुख्य मांगे इंद्रपुरी जलाशय का शीघ्र निर्माण पूर्ण कराने, सर्वेक्षण के आधार पर सोन नहरों का आधुनिकीकरण करने और खरीफ़ फसलों के लिए नहरों के लिए निचले इलाकों तक पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित कराने सरीखे रही।जिसे प्रखंड विकास पदाधिकारी को ज्ञापन देकर अवगत कराया गया।

धरना में उपस्थित अखिल भारतीय किसान महासभा के राष्ट्रीय परिषद के सदस्य विनोद कुशवाहा ने कहा कि सोन नदी पर इंद्रपुरी जलाशय का निर्माण करने की मांग इलाके के किसानों की वर्षो पुरानी है। 1872 में अंग्रेजों ने सोन नदी पर बांध बनाकर (एनिकट) शाहाबाद और मगध के क्षेत्रों में सैकड़ों किलोमीटर नहरों की खुदाई कर इलाके में नहर प्रणाली के जरिए सिंचाई की व्यवस्था की थी, और हरा भरा बनाया था।

लेकिन आज पानी के अभाव में नहरे सूख जाती है। शाहाबाद और मगध का क्षेत्र आज 8 जिलों रोहतास भोजपुर, बक्सर, कैमूर, औरंगाबाद, अरवल, पटना और गया जिले के नाम से जाना जाता है। इन जिलों के 62 प्रखंडों में सोन नहरे जाती है, लेकिन पानी पहुंच नही पाता है। सोन नदी के ऊपरी हिस्से मधयप्रदेश में बाणसागर और उत्तरप्रदेश में रिहंद डैम बना हुआ है। केन्द्र सरकार ने 1972 में तीन राज्यो मध्यप्रदेश, बिहार और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्रियों की दिल्ली में बैठक कर समझौता कराया था। जिसे बाणसागर समझौता कहते हैं, तय किया गया की बाणसागर डैम में जमा पानी का चौथाई भाग और रिहंद डैम से आधा पानी बिहार को दिया जाएगा। लेकिन पानी मिल नही पाता है, तरह तरह का बहाना बनाकर रोक लगा दिया जाता है। जबकि मेंटनेंस का खर्च हर साल बिहार सरकार वहन करती है। विदित है कि 1990 में केंद्र सरकार की पहल पर बिहार के मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र ने स्थल पर जाकर शिलान्यास किए थे। केन्द्रीय जल आयोग द्वारा प्राक्कलन भी तैयार किया जा चुका था। इलाके के लोगों को आस जगी थी कि अब समय से खेती के लिए पानी मिलेगा। लेकिन मामला अधर में लटक गया। अखिल भारतीय किसान महासभा 2019 से डैम निर्माण को लेकर धारावाहिक आंदोलन चला रहा है। गंवई बैठक से लेकर विधानसभा तक इस मामले को गंभीरता से उठाया गया ताकि राज्य सरकार केंद्र से वार्ता कर निर्माण आ रही अड़चने को दूर करे। लेकिन अभी तक किसी भी स्तर पर कोई बातचीत नहीं चल रही है। धरना की मुख्य मांगे सोन नदी पर इंद्रपुरी जलाशय (कदवन डैम) का निर्माण किया जाए, अद्यतन सर्वेक्षण के आधार पर सोन नहरों का आधुनिकीकरण किया जाए, वितरणी और उप वितरणी नहरों के अंतिम छोर तक पानी देने की गारंटी किया जाए। नहरों की साफ सफाई केवल खानापूर्ति कर मचाई गई लूट पर रोक लगाओ। धरना में भाकपा माले प्रखंड सचिव कमलेश यादव, बिहार राज्य कमिटी के सदस्य इंदु सिंह, राष्ट्रिय परिषद के सदस्य बिनोद कुशवाहा, शाहनवाज खान, राजू राम, सुनील पासवान, अरुण राम,नंदजी यादव, उमेंद्र प्रसाद,टेगारी राम,गिदिक राम, प्रदीप नट, परमिला, बैजंती देवी,लालजी राम, रामेश्वर शाह आदि उपस्थित रहें।

प्रेस नोट : 
भाकपा माले जिला कमिटी सदस्य
शाहनवाज खान

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