पूरे भारत का साहित्य और संस्कृति का केंद्र, गाँधी, विनोबा और लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विरासत सर्वसेवा संघ,राजघाट (वाराणसी) को उत्तर प्रदेश सरकार जबरन कब्ज़ा करना चाहती है
जिसके खिलाफ चल रहे धरना और सत्याग्रह के 48 वें दिन सुबह से शाम 4 बजे तक उपवास का कार्यक्रम किया गया
✍️ अरुण कुमार ओझा, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
आरा /भोजपुर। पूरे भारत का साहित्य और संस्कृति का केंद्र, गाँधी, विनोबा भावे और लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विरासत सर्वसेवा संघ,राजघाट (वाराणसी) को उत्तर प्रदेश सरकार जबरन कब्ज़ा करना चाहती है, जिसके खिलाफ चल रहे धरना और सत्याग्रह के 48 वें दिन सुबह से शाम 4 बजे तक उपवास का कार्यक्रम किया गया। आज प्रधनमंत्री वाराणसी में एक जनसभा करने आ रहे हैं। हम लोग अपने मागों को लेकर उनसे मिलने का आग्रह किया था, जिसे अस्वीकार कर दी गई। उसके बाद शाम 5 बजे राजघाट, गंगा में मांग पत्र को प्रवाह करने का कार्यक्रम कर विरोध जताया गया। आज के पूरे कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्वसेवा संग के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंदन पाल संचालन जनमुक्ति संघर्ष वाहिनी के राष्ट्रीय कमिटी के सदस्य अशोक मानव व धन्यवाद ज्ञापन सर्वसेवा संघ उ प्रदेश के अध्यक्ष राम धीरज जी ने किया। इस अवसर पर देश भर से भारी संख्या में गाँधी, विनोभा और जयप्रकाश के मानने वाले समाजिक कार्यकर्ता शामिल हुए।
नोट : गत दिवस यानी 7 ता: को इस पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार को अधिग्रहण करने पर रोक लगा दी।