सब पावर का गलत इस्तेमाल कर रहे
दो चिकित्सकों की टीम ने किया पोस्टमार्टम
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (जिला न्यूज़ ब्यूरो)। पूर्वी चम्पारण जिला के पीपरा थाना क्षेत्र में पूर्व पंचायत समिति सदस्य जितेंद्र प्रसाद उर्फ जीतू प्रसाद की हत्या मामले में उनके द्वारा मरने से पहले बनाए गए वीडियो से सनसनी फैल गई है।
उनके वीडियो और उस पर जारी विधायक के बयान के बीच पूरा मामला हाई-प्रोफाइल हो गया है। पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है। सबसे अहम बात यह कि पूर्व पंचायत समिति सदस्य को फोन कर घर से बुलाने वाला व्यक्ति कौन है। पीपरा विधायक श्यामबाबू यादव कभी भी हमारा हत्या करा सकता है। बार-बार धमकी देते हैं कि बहुत तेज बनते हो। हमारा पेमेंट नहीं होने देता है। एग्जिक्यूटिव इंजीनियर हो या जेई, सब मिलकर पावर का गलत इस्तेमाल कर रहा है। जीतू ने वीडियो के अंत में राजनीति की भी बात की है। कहा है कि जनता से अपील है कि वो श्यामबाबू यादव को वोट नहीं दें। जीतू के इस वीडियो के बाद इस बात की जांच हो रही है कि क्या जीतू पहले से जानते थे कि उनकी हत्या हो जाएगी। अगर जानते थे तो फिर किसके बुलाने पर वो अहले सुबह चार बजे घर से निकल गए। जान को खतरा और विवाद को लेकर उनके स्तर पर पूर्व में पुलिस को कोई जानकारी क्यों नहीं दी गई। सूत्र बताते हैं कि इस घटना के पीछे बड़ा षडयंत्र था तो फिर इसके किरदार भी बड़े रहे होंगे। उधर, भाजपा विधायक श्यामबाबू प्रसाद यादव ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि मैं क्यों किसी की हत्या कराने जाऊंगा। मैं सबके सुख-दुख में शामिल होता रहा हूं। मेरा कोई लेना-देना जीतू से नहीं है। ऐसे में उनके द्वारा मृत्यु पूर्व बनाया गया वीडियो और फिर जान पर खतरे के बीच घर से बाहर किसी के फोन करने पर निकला जांच का विषय है। पुलिस की जांच में सब दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। जीतू का अभियंताओं से भी मनमुटाव की बात सामने आई है। ऐसे में पुलिस के लिए वो अभियंता भी जांच के विषय है। जिनके विभाग में जीतू काम करता था। पुलिस मृतक के सेलफोन का कॉल डिटेल निकाल रही है। हत्याकांड के पर्दाफाश के लिए पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने चकिया पुलिस उपाधीक्षक सत्येंद्र प्रसाद सिंह के नेतृत्व में विशेष जांच दल (एसआइटी) का गठन किया है। टीम में डीएसपी के अलावा चकिया थाना के पुलिस निरीक्षक धनंजय मिश्रा, पीपरा थानाध्यक्ष सुनील कुमार, कल्याणपुर के रोहित कुमार व जिला तकनीकी सेल के दारोगा अखिलेश मिश्रा को शामिल किया है। पुलिस कप्तान ने टीम के सभी सदस्यों को सभी पहलुओं पर बारीकी से जांच करने को कहा है। वो स्वयं पूरे मामले की मॉनिटरिंग कर रहे हैं। पूर्व पंचायत समिति सदस्य जीतू घर से सोमवार की सुबह चार बजे निकलने के बाद एक किलोमीटर की भी दूरी नहीं तय कर पाए थे। उनका शव घर से करीब एक किमी दूर कुड़िया स्थित तेलियाबाड़ी पोखर से करीब पांच घंटे बाद मिला। घटनास्थल पर खून का धब्बा नहीं मिला। खोपड़ी उड़ी हुई थी। पुलिस विभिन्न पहलुओं पर जांच कर रही है। वैज्ञानिक तरीके से जांच के लिए घटना के बाद विधि विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) व डॉग स्क्वॉड टीम को बुलाया गया। पुलिस ने पंचायत समिति सदस्य का भी सैंपल लिया है। उसकी भी वैज्ञानिक जांच की जाएगी पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल में जैसे ही पूर्व पंसस का शव पहुंचा, काफी संख्या में उनके समर्थक भी पहुंच गए। स्वजनों ने हत्या के पीछे ठेकेदारी का विवाद बताया। मौके पर मौजूद थानाध्यक्ष अवनीश कुमार व तकनिकि सेल के दारोगा अखिलेश मिश्रा ने शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद स्जवनों को सौंप दिया। घटना की गंभीरता को देखते हुए शव का पोस्टमार्टम दो चिकित्सकों की टीम ने किया। टीम में डॉ अनूप कुमार गौतम व डॉ अशोक कुमार शामिल थे। पूर्व पंसस के सिर से खोपड़ी उड़ गई थी। प्रारंभिक तौर पर सिर में गोली मारने की बात सामने आई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद विस्तृत जानकारी साफ हो पाएगी।