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दिघवारा में जन सुराज अभियान समिति की पहली बैठक हुई आयोजित

प्रथम सत्र में लोक कलाकार भिखारी ठाकुर को उनकी पुण्यतिथि पर किया गया श्रद्धा पूर्वक याद

संवाददाता

– अमिट लेख
छपरा/दिघवारा/सारण। दिघवारा नगर पंचायत क्षेत्र में स्थित राम जंगल सिंह महाविद्यालय के वीर कुंवर सिंह सभागार में सारण जिला जन सुराज अभियान समिति की पहली बैठक आयोजित की गई।

बैठक में जिला जन सुराज अभियान समिति के कार्यकर्ताओं ने काफी उत्साह पूर्वक शिरकत किया। इस दौरान जन सुराज अभियान समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा पार्टी के प्रचार प्रसार पर विशेष ध्यान देने की बात कही गई। जिससे पार्टी को जन जन तक पहुंचाने में सहायता मिल सके। पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा इस पार्टी को आमजन तक पहुंचाने का संकल्प लिया गया। जन सुराज अभियान समिति के सभापति सह स्थानीय राम जंगल सिंह महाविद्यालय के संस्थापक सचिव अशोक सिंह ने सबसे पहले बैठक में आए हुए अतिथियों का स्वागत किया। उन्होंने जन सुराज के उद्देश्य एवं अब तक की उपलब्धियों की चर्चा की। साथ ही कार्यकर्ताओं से चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की सोच और उद्देश्य को जन जन तक पहुंचाने की बात कही।
श्री सिंह ने कहा कि कार्यकर्ताओं के सहारे ही किसी पार्टी की नींव मजबूत होती है। इसलिए हम लोगों का उद्देश्य है कि पार्टी को प्रखंड स्तर से लेकर टोला-मोहल्ला तक ले जाते हुए जन जन तक पहुंचाएं।

इसलिए हमे पार्टी के हर इकाई को मजबूत करना पड़ेगा। इसमें युवाओं एवं महिलाओं की भागीदारी अधिक से अधिक होनी चाहिए। साथ ही सभी वर्ग के लोग संगठन से जुड़ें, इसका हमें प्रयास करना चाहिए। वहीं जन सुराज के जिलाध्यक्ष रामपुकार मेहता ने कहा कि प्रशांत किशोर एक विजन के साथ बिहार के सभी जिलों की पदयात्रा कर रहे हैं। आने वाले समय में जन सुराज का भविष्य बेहतर होगा और यह बिहार की जनता के लिए बेहतर विकल्प का काम करेगा। इस अवसर पर जन सुराज अभियान समिति के अध्यक्ष ब्रजेंद्र कुमार सिंह भवानी मुन्ना, अभय सिंह, सुरेश सिंह, शंकर सिंह, कुलदीप महासेठ, मनोरमा कुमारी, संगीता कुमारी, उमेश कुमार राय, तनुज कुमार सौरभ, वशिष्ठ नारायण सिंह, मनींद्र नाथ सिंह मुन्ना सरीखे कई लोगों ने अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इससे पूर्व जन सुराज अभियान से जुड़े कार्यकर्ता कॉलेज परिसर में पहले सत्र में आयोजित भिखारी ठाकुर की पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शरीक हुए। जहां भिखारी ठाकुर के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया। सभी ने भिखारी ठाकुर को नायाब हीरा बताया। लोगों का कहना था कि अनपढ़ होते हुए भी जिस तरह की मानवीय संवेदना भिखारी ठाकुर के पास थी। वह अनुकरणीय एवं प्रशंसनीय दोनों थी। उनके विचार आज भी प्रासंगिक हैं। इस दौरान गायिका रेनू राज एवं गायक मदन गिरी मधुकर सरीखे कलाकारों ने अपनी गायकी के माध्यम से भिखारी ठाकुर को सांगीतिक श्रद्धांजलि अर्पित की।

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