तेजस्वी यादव के लिए कोर्ट से आई राहत भरी खबर, नौकरी के बदले जमीन हड़पने के मामले में अब 8 अगस्त को सुनवाई
✍️ स्टेट हैड
– अमिट लेख
पटना, (अमित कुमार)। रेलवे में नौकरी के बदले जमीन हड़पने के मामले में आरोपित बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को बुधवार को कोर्ट से मामूली राहत मिली है। दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट में लैंड फॉर जॉब्स मामले में बुधवार को होने वाली सुनवाई टल गई है।सीबीआई की चार्जशीट पर दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने सुनवाई टाल दी है. अब अगली सुनवाई 8 अगस्त को होगी। सीबीआई ने 3 जुलाई को ही रेलवे में नौकरी के बदले जमीन देने के घोटाले में सप्लीमेंट्री चार्जशीट दायर की थी। इसी में तेजस्वी यादव का नाम भी जोड़ा गया था। इसी केस में पहले से ही आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, पूर्वसीएम राबड़ी देवी समेत 17 अन्य आरोपी है। तेजस्वी का नाम आने के बाद विपक्ष में बैठी भाजपा चार्ज शीटेड तेजस्वी यादव के सभी विभागों के मंत्री पद से इस्तीफे की मांग कर रही है लेकिन अब कोर्ट में आज सुनवाई टलने को एक तरह से तेजस्वी के लिए बड़ी राहत के तौर पर देखा जा रहा है। पहले ऐसी संभावना जताई जा रही थी कि चार्जशीट के कारण कोर्ट कोई ऐसा निर्णय या टिप्पणी कर सकता है जिससे तेजस्वी की मुसीबत बढ़ सकती है। लेकिन फ़िलहाल इस मामले में सुनवाई टलने से यथास्थिति बनी रहेगी। आज की सुनवाई में तेजस्वी मौजूद नहीं रहे। उनकी जगह उनके वकील कोर्ट में मौजूद रहे।उधर बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर भाजपा आक्रामक तेवर में है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि लालू प्रसाद ने गरीबों-पिछड़ों को गुमराह कर सत्ता पायी और इसका दुरुपयोग केवल सम्पत्ति बनाने में किया। उन्होंने कहा कि उनका परिवार देश के सर्वाधिक भ्रष्ट राजनीतिक परिवारों में है। इससे बिहार शर्मसार है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने न पढाई पूरी की, न कोई नौकरी की और न उनके माता-पिता के पास कोई पुश्तैनी सम्पत्ति थी। ऐसे में उन्हें बताना चाहिए कि वे 33 साल की उम्र में 52 बहुमूल्य सम्पत्ति के मालिक कैसे बन गये। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नौकरी के बदले जिन लोगों की करोड़ों रुपये की कीमती जमीन एके इन्फो सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड के नाम लिखवायी गई, उस कंपनी को तेजस्वी यादव ने मात्र एक लाख रुपये में कैसे खरीद लिया? उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव पटना के सगुना मोड़ इलाके में 750 करोड़ रुपये का जो बहुमंजिला मॉल बनवा रहे थे, उसके लिए इतने पैसे कहां से आये, यह जानकारी बिहार की गरीब जनता से क्यों छिपायी गई? मोदी ने कहा कि तेजस्वी यादव के पिता लालू प्रसाद चारा घोटाला के चार मामलों में सजायाफ्ता हैं और राबड़ी देवी सहित परिवार के आधा दर्जन लोग भ्रष्टाचार के मामलों में आरोपी हैं। इनमें से किसी को अदालत ने बरी नहीं किया।