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Post: चाकू से गोद गोद कर निर्मम हत्याकांड में आया नया मोड़

चाकू से गोद गोद कर निर्मम हत्याकांड में आया नया मोड़

पत्नी की चाकू से गोद गोद कर निर्मम हत्या, शव को घर में ही बंद कर पति हुआ था फरार

मृतिका की नाबालिग लड़की ने सिकटा थानाध्यक्ष पर लगाया लापरवाही का गंभीर आरोप

तेरह वर्षीय साक्षी ने मां की हुई हत्या के विरुद्ध पिता सहित 5 लोगों पर लगाया आरोप, प्राथमिकी  हुई दर्ज

बेटी ने कहा एसडीपीओ से है न्याय का विश्वास, वहीं थानाध्यक्ष रमेश कुमार महतो से न्याय की नहीं है कोई उम्मीद

सह संपादक

–  अमिट लेख

बेतिया, (मोहन सिंह)। सिकटा थाना क्षेत्र से एक महिला की निर्मम हत्या का मामला प्रकाश में आया है, जिसे पति ने ही अपनी पत्नी की चाकू से गोद गोद कर हत्या कर दिया और शव को कमरे में ही छोड़ कर घर के बाहर ताला बंद कर फरार हो गया था।

कमरे से अनु देवी का शव बरामद हुआ था, जिसका मायका  सिकटा थाना क्षेत्र के ही शिकारपुर गांव में है। मृतिका के माता पिता दोनों की ही मृत्यु हो चुकी है। मृतिका अपने माता पिता की बड़ी लड़की थी दूसरा एक भाई था जिसकी भी मृत्यु पहले ही हो चुकी है। मृतिका अनु देवी की शादी पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन के एक गांव में हुआ था। उसके पति का नाम लक्ष्मण सिंह है, जो कि शादी के बाद दोनों सिकटा में किराया के घर में रह रहे थे और उन्हें दो बच्चे भी हैं।

सातवीं कक्षा में पढ़ने वाली एक 13 वर्ष की लड़की साक्षी और एक 8 वर्ष का लड़का है, जो कि कक्षा 3 का छात्र है। मिली जानकारी के अनुसार दोनो पति पत्नी में पारिवारिक विवाद चल रहा था, जो की कई बार मामला थाना तक भी पहुंच चुका था। पंचायती से सुलझाने का प्रयास भी जारी रहता था, पर मामला सुलझता दिखाई देते देते अनसुलझी रह गई। जिससे आपसी विवाद जोर पकड़ता गया। जिसका परिणाम हुआ काफी भयावह हुआ और महिला (पत्नी) को अपनी जान गंवानी पड़ी। जब गुरूवार 20 जुलाई घटना के दिन अपराह्न 2 से 3 बजे के लगभग जब बच्चे विधालय से घर आए तो घर के मुख्य दरवाजे पर ताला लगा पाया और खून के छींटे लगा देखा। तो बच्चे ने हो – हल्ला किया। पड़ोसियों ने बच्चों के रोने चिल्लाने को लेकर दरवाजे पर लगा ताला को तोड़ा तो अंदर का मंजर देखकर सबकी रुह कांप गई। घर के अंदर अनु देवी का शव पड़ा हुआ था जिसकी चाकू से गोद गोद कर निर्मम हत्या की गई थी। सबसे बड़ी बात यह है कि घटना स्थल वाले जगह से सिकटा थाना की दूरी महज 300 से 400 मीटर तक ही है। बच्ची तुरंत मां के शव को देखकर थाना में भाग कर गई और सारी बात बताई। बच्ची के सूचना पर पुलिस प्रशासन घटना स्थल पर पहुंच कर शव को कब्जे में लेकर जीएमसीएच बेतिया को भेज दिया और मामले की छानबीन शुरू कर दी। वहीं थानाध्यक्ष रमेश कुमार महतो ने बताया कि बच्ची के फर्द बयान पर एफआईआर दर्ज कर ली गई है। एफआईआर में मुख्य आरोपी पति लक्ष्मण सिंह के साथ भारद्वाज सिंह, अनिल सिंह, संजीव सिंह, राजेश सिंह को नामजद किया गया है। अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए आगे की कार्यवाही की जा रही है। स्थानीय जानकारी अनुसार मृतिका अनु कुमारी अपने परिवार की एकलौती वारिस थी जिनकी मौत के बाद उनके दोनों बच्चे भी अब अनाथ और बेसहारा हो गए हैं। नाना, नानी और मामा की पूर्व में ही मौत हो चुकी है। एक पिता जीवित हैं तो मां की हत्या कर फरार हैं। ऐसे में अब उनका कोई अपना नहीं बचा है, जिससे दोनों नाबालिग भाई बहन का रो रो कर बुरा हाल है। वहीं उस बच्ची की हिम्मत की भी दाद देनी होगी कि इस विभत्स हत्या को देखकर भी अपनी मां के हत्यारोपियों का नाम बेखौफ दे रही है। साथ ही यह कहने से भी नहीं चूक रही है कि यदि सिकटा थाना के बड़ा बाबू कुछ किए होते तो आज उसकी मां की हत्या नहीं हुई होती। वहीं दबी जुबान से थाना क्षेत्र में महिला के अन्य संबंधों और उसके संपत्तियों को लेकर चर्चाओं का बाजार काफी गर्म है। ऐसे में पुलिस की गहन वैज्ञानिक अनुसंधान से कई मामलों का खुलासा भी संभव हो सकता है। जिसमें कई सफेदपोशों का नाम आना लाजमी भी हो सकता है।

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