स्व. अशोक कुमार सिंह की मृत्यु 24 जुलाई 2005 को हुई थी, तब से उनके परिवार और समाजिक कार्यकताओं द्वारा लगातार उनका स्मृति दिवस एक यादगार के रूप में मनाया जाता है
– अमिट लेख
बिहारशरीफ। सोमवार को समाजिक जगत के प्रेरणस्रोत स्व. अशोक कुमार सिंह की 18 वीं पुण्यतिथि सोमवार को बिहारशरीफ गड़पर मोहल्ले में स्व.अशोक कुमार सिंह की चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए संपन्न किया गया।
स्व. अशोक कुमार सिंह की मृत्यु 24 जुलाई 2005 को हुई थी, तब से उनके परिवार और समाजिक कार्यकताओं द्वारा लगातार उनका स्मृति दिवस एक यादगार के रूप में मनाया जाता है। मौके पर उपस्थित राष्ट्रीय राजपूत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जितेंद्र कुमार सिंह ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर चर्चा करते हुए कहां कि अशोक कुमार सामाजिक व सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर रुचि लेते थे। उन्होंने खासकर समाज के हाशिए पर रह रहे लोगों को नई जीवन जीने की प्रेरणा दी तथा स्वयंसेवी संगठन के लोगों को उचित मार्गदर्शन करते थे। समाजिक कार्यकर्ता स्वतंत्र कुमार ने कहा कि उनका जाना एनजीओ जगत के साथ ही सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति है।वही इस मौके पर उपस्थित दीपक कुमार ने श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि स्व.अशोक कुमार सिंह सामाजिक कार्य करने वाले को प्रोत्साहन देते थे और सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की प्रेरणा देते थे। अधिवक्ता संजीव कुमार ने स्व.सिंह को एक महान व्यक्तित्व बताया। स्व.अशोक सिंह के स्मृति दिवस पर नालंदा जिले के विभिन्न गांव में चल रहे वृक्षारोपण,बाल शिक्षा, पर्यावरण जागरूकता आदि कार्यक्रम का समापन स्व. अशोक कुमार सिंह के स्मृति दिवस पर किया गया ।ज्ञात हो कि जागरूकता कार्यक्रम के तहत हरनौत के तिरा,अरौत , नालंदा के सारिलचक, वेन के उमराव बीघा,बहादुर बीघा सहित गावो में वृक्षारोपण, कर जन जागरूकता कार्यक्रम किया गया। कार्यक्रम में मौसम चक्र एवं बाढ़ सुखाड़ की समस्याओं पर चर्चा करते हुए किसानों के समस्याओं को वृक्ष लगाकर कम करने एवं सरकारी योजनाओं में किसानों की भागीदारी सुनिश्चित करने की बात की गई।मगध समाज कल्याण प्रतिष्ठान के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के तहत ऋषभ राज, निरंजन पासवान, विजय प्रसाद, संध्या कुमारी, पंकज कुमार वर्मा, सुजीत कुमार ने बताया कि, लगभग डेढ़ महीने तक चलने वाले ग्रीष्मकालीन इस कार्यक्रम में विभिन्न स्कूलों में जाकर बच्चों के शिक्षा की गुणवत्ता के साथ ही शिक्षा के नए-नए तरीके, बच्चों के अधिकार, खेल खेल में पढ़ाई पर स्कूलों में जागरूकता का कार्य किया गया। स्मृति दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम का समापन किया गया।पुण्यतिथि के मौके पर मगध समाज कल्याण प्रतिष्ठान के सचिव कुमुद रंजन सिंह ने कहा कि स्व. अशोक कुमार सिंह विभिन्न स्वैच्छिक एवं गैर सरकारी संस्थाओं के जनक रहे हैं। जिन्हें पूरे देश में संस्था एवं संघ जगत के लोग बड़े आदर के साथ याद करते है ।उन्होंने कहा कि मगध समाज कल्याण प्रतिष्ठान,सन 1971 से स्थापित होकर पूरे देश में विभिन्न मुद्दों पर कार्य करती रही है, और युवाओं को जुड़ने का मौका प्रदान करती रही है। नि:संदेह संदेह नाश और नित्यता एवं प्रकृति के दो विशिष्ट भौतिक गुण होते हैं। भौतिक पिंडो का धड़ तिरोहित हो जाता है लेकिन सत्कर्म की शाखा सदा सर्वदा लहलहाती रहती है। बताते चलें कि स्व.अशोक कुमार सिंह ऐसे ही व्यक्तित्व का नाम है। जिन्होंने अपना संपूर्ण जीवन सामाज के विकास में समर्पित कर दिया। इसलिए वे आज भी श्रद्धा पूर्वक याद किए जाते हैं।वे “मगध समाज कल्याण प्रतिष्ठान” के संस्थापक तथा मगध शिशु राष्ट्रीय उच्च मध्य विद्यालय राजगीर के फाउंडर सचिव थे ।उन्होंने अपने त्याग एवं मेघा की बदौलत जिला ,राज्य एवं देश में विशिष्ट पहचान बनाई थी। इसी कारण देश के विभिन्न हिस्सों में उनकी पुण्य तिथि लोग श्रद्धापूर्वक मनाते हैं। स्मृति दिवस कार्यक्रम के मौके पर उपस्थित लोग नीलम सिंह, कुमुद रंजन सिंह, रवि रंजन सिंह, कल्याणी सिंह, जितेंद्र सिंह, अशोक कुमार, वीरेंद्र कुमार, तरुण कुमार सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे ।