किसानो ने लगाया आरोप, घटिया निमार्ण के कारण टूटा नहर का बांध, कई एकड़ में लगे फसल बर्बाद
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (जिला न्यूज़ ब्यूरो)। पूर्वी चंपारण जिला के मेहसी में बारिश नहीं होने से सुखे की मार झेल रहे किसान। एक ओर खेतों की फसलें जल गई है और खेतों में दरार पड़ गई है। तो दुसरी तरफ पानी के दबाब को नहर का तटबंध बर्दास्त नहीं कर सका और लगभग 200 फीट में तटबंध टूट गया। जिस कारण पहले सूखे से फसल बर्बाद हो रही थी और अब तटबंध टूटने के कारण अत्यधिक पानी से फसल नष्ट हो रही है। मेहसी के परतापुर गांव में उप वितरणी का तटबंध टूटने के बाद ग्रामीण पानी का बहाव रोकने के लिए अपने स्तर से प्रयास कर रहे है लेकिन विभागीय स्तर पर अभी तक किसी तरह का कार्य शुरु नहीं किया गया है। जबकि गंडक प्रोजेक्ट के जूनियर इंजीनियर मौके पर पहुंचे हुए है। दरअसल, मेहसी में गंडक नहर की उपवितरणी कई गांवों से होकर बहती है। जिस उपवितरणी में किसानों के आवश्यकतानुसार पानी छोड़ा जाता है जिससे किसान अपने खेत में पटवन करते है। हाल हीं में इस उपवितरणी के बांधों का मरम्मत हुआ था। लेकिन उपवितरणी में पानी छोड़े जाने के बाद बांध से कई जगह रिसाव होने लगा है। बांध में रिसाव होने की जानकारी जैसे ही ग्रामीणों को लगी। लोगों ने इसकी सूचना विभाग को दी। लेकिन सूचना दिए जाने के बावजूद विभागीय स्तर पर रिसाव स्थल पर कोई मरम्मत नहीं करायी गई। जिसकारण बांध पानी का दबाब नहीं झेल पाया और परतापुर गांव के पास बांध टूट गया।