हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में मनाया जाने वाला मुहर्रम त्योहार एकमा व आसपास के इलाके में शनिवार को पारंपरिक ताजिया जुलूस के साथ शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ
संवाददाता
– अमिट लेख
एकमा/सारण। हजरत इमाम हुसैन और उनके साथियों की शहादत की याद में मनाया जाने वाला मुहर्रम त्योहार एकमा व आसपास के इलाके में शनिवार को पारंपरिक ताजिया जुलूस के साथ शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ। इस दौरान विभिन्न स्थानों पर आयोजित मेले में एकमा विधायक श्रीकांत यादव अपने समर्थकों के साथ पहुंच कर जुलूस में शामिल हुए। साथ ही आयोजकों को त्योहार की मुबारकबाद दिए। एकमा प्रखंड के नवतन, रामपुर, रसूलपुर, जमनपुरा, चनचौरा, परसागढ़, चकमीरा, रामपुर विंदालाल आदि स्थानों पर आयोजित ताजिया मेला व जुलुस में विभिन्न गांवों के तैयार किये गये ताजिया आकर्षण का केंद्र रहे। इस दौरान विभिन्न अखाड़ों में मुस्लिम समाज के युवाओं व बुजुर्गों ने अपने पारम्परिक तरीकों से प्रदर्शन करते हुए करतब दिखाए। इस अवसर पर प्रशासन द्वारा चिन्हित सभी ताजिया जुलूस विभिन्न मार्गों से होकर गुजरते हुए इमामबाड़ा व कर्बला पहुंचे। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की टीम मेला आयोजन स्थलों पर मुस्तैद रही। विभिन्न स्थानों पर आयोजित ताजिया मेला में काफी संख्या में सभी समुदाय के लोग शामिल हुए। वहीं ताजिया जुलूस के साथ चल रहे लोगों के बीच नक्काशी वाले ताज़िए आकर्षण का केन्द्र बने रहे। ताजिया जुलूस में शामिल युवकों के द्वारा पारंपरिक ढ़ंग से एक से बढ़ कर हैरतअंगेज कलाबाजी का प्रदर्शन किया गया। उधर रसूलपुर के ताजिया जूलूस में गंगा जमुनी संस्कृति की झलक दिखाई दी। जहां एक दर्जन से अधिक हिन्दू परिवारों ने भी मुहरर्म मनाया। मुहरर्म जुलूस के अवसर पर रसूलपुर गांव में मुस्लिमों के साथ हिंदू भाइयों ने भी भाग लिया और देश के गंगा जमुनी संस्कृति का परिचय दिया। रसूलपुर चट्टी पर मुहरर्म जुलूस हिन्दुओं का भी निकलता है ।यहां वर्षों से कुछ हिन्दु परिवार भी मुहरर्म मनाते रहे हैं और वे अपना अलग अलग ताजिया भी रखते हैं। गांव में जब मुहरर्म का ताजिया निकलता है तो मुस्लिम भाइयों के साथ हिन्दु भी साथ साथ भाग लेते हैं और भारत के गंगा जमुनी संस्कृति का परिचय देते हैं।शनिवार को निकले जुलूस में मुख्य रूप से भाग लेने वाले मुखियापति मिथिलेश प्रसाद, उपमुखिया मनोज प्रसाद सोनी, सरपंच प्रतिनिधि विकास कुमार, सलामत अंसारी, मुर्तुजा, आरीफ अली, बीडीसी मुन्ना मियां,राजद नेता भिखारी यादव आदि शामिल रहे।