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Post: बनमनखी प्रखंड में छाया मातम, नहीं रहें बाबू तेजनारायण सिंह

बनमनखी प्रखंड में छाया मातम, नहीं रहें बाबू तेजनारायण सिंह

शोकाकुल हज़ारों आमजनों की आँखें दिखी नम, मुरलीगंज चैनपुरा क्षेत्र के नामी हस्ती थे तेजनारायण बाबू

आसपास के गाँव में गरीबजनों के मसीहा के रूप में होती थी गिनती

लगभग 90 बसंत देखने के बाद मूँद ली आँखें, शोकाकुल लोगों का लगा ताँता

✍️ एक संवाददाता
– अमिट लेख

पूर्णिया, (एक संवाददाता)। जिला के बनमनखी प्रखंड के चैनपुरा (मुरलीगंज) निवासी बाबू तेज़ नारायण सिंह अब नहीं रहें।

क्षेत्र के किसी समस्या का हल तुरंत निकालने के फनकार इस महान विभूति के आँख मुंदते हीं क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। बताते चले की बाबू तेजनारायण सिंह मूलतः वैशाली जिला के रामदौली ग्राम के रहने वाले थे।

जो अपने दादा के जीवन काल में पूर्णिया जिला का रुख किये। अपनी कर्मशीलता और नेक तथा सामाजिकता के बूते आज समूल मुरलीगंज क्षेत्र में शिखर पर स्थापित हुये। आमजन बताते हैं कि, बाबू तेजनारायण सिंह के रहते क्षेत्र की बिगड़ी से बिगड़ी समस्याओं का निपटारा तुरंत हो जाता था। 1 जनवरी 1934 को जन्में इस महान विभूति का देहावसान बीस जुलाई 2023 को हो गया।

क्षेत्रीय संभ्रान्त किसान और महान समाजसेवी बाबू तेज़ नारायण सिंह अपने पीछे इकलौते पुत्र संजय सिंह सहित पौत्र कुणाल सिंह एवं करण सिंह सहित भरा पूरा खुशहाल परिवार छोड़ गये हैं। बताते चलें कि बाबू तेज़ नारायण सिंह को एक पुत्र के साथ आठ पुत्रीयां हैं। जिनमें से एक पुत्री नीलम सिंह असमय काल कलवित हो चुकी हैं जिनकी शादी बिहार के तत्कालीन जमाने के मशहूर शख्शियत वर्तमान में शिवहर जिला निवासी स्वर्गीय बाबू मथुरा प्रसाद सिंह के ज्येष्ठ पुत्र विजय रंजन सिंह से हुई थी। बाबू तेजनारायण सिंह के आकस्मिक निधन से मुरलीगंज क्षेत्र में शोक कि लहर देखी जा रही है, लोग बाग़ बरबस हीं अपने श्रेष्ठ अभिभावक को खोने कि बात कह संवेदना प्रगट कर रहे हैं। इनके दिवंगत होने कि खबर सुन जिले के सभी छोटे बड़े शख्शियतों को रस्म पगड़ी बीत जाने के बाद भी उनके आवास पर नित्य शोक संवेदना प्रगट करने पहुंचा देखा जा रहा है। जिसक्रम में जाप सुप्रीमों पप्पू यादव ने भी शोक संतप्त परिवार से मुलाक़ात कर अपनी श्रद्धांजलि अर्पित किया।

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