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Post: ब्राह्मण कल्याण आयोग का गठन करें राज्य एवं केंद्र सरकार : ब्राह्मण महासभा

ब्राह्मण कल्याण आयोग का गठन करें राज्य एवं केंद्र सरकार : ब्राह्मण महासभा

राजनीतिक दल ब्राह्मण समाज को उपेक्षित करना करें बंद, उचित भागीदारी नहीं मिलने पर नया विकल्प बनाएगी ब्राह्मण समाज

अक्टूबर माह में श्री कृष्ण मेमोरियल एवं अगले वर्ष गांधी मैदान में होगा ब्राह्मणों का जुटान विधान परिषद सभागार से राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा ने किया ऐलान

भागीदारी एवं ब्राह्मण हित की बात करें राजनीतिक दल

✍️ पूजा शर्मा

– अमिट लेख

पटना, (कार्यालय ब्यूरो)। राष्ट्रीय ब्राह्मण महासभा, परशुराम सेवा संस्थान द्वारा संगठन द्वारा चलाए जा रहे चाणक्य जन जागरण यात्रा के दो माह पूरे होने पर विधान परिषद सभागार में ब्राह्मण विमर्श कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन दीप प्रज्वलन कर एवं राष्ट्रगान के साथ संगठन के प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष कुमार झा, मुख्य अतिथि कोसी क्षेत्र के संरक्षक संजीव मिश्रा, रिटायर्ड डीआईजी अरविंद ठाकुर, डॉ.वी .झा मृणाल, सुधा ओझा,नवनीत दुबे, धनंजय त्रिगुण, संजय मिश्रा, कार्यकारी अध्यक्ष मनीष मिश्रा,उमेश मिश्रा,धीरज पांडेय आदि ने किया। इस सभा में कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के अध्यक्ष इंजीनियर आशुतोष कुमार झा एवं मंच संचालन कानून की विद्यार्थी मनीषा उपाध्याय ने किया।  उक्त अवसर पर कोशी संरक्षक संजीव मिश्रा ने कहा कि आज ब्राह्मण समाज के लोगों को संगठित एवं एकत्रित होने की आवश्यकता है, समाज के लोग आज एकत्रित नहीं है जिसके कारण उनके हितों का ख्याल कोई भी सरकार नहीं कर रही है। ब्राह्मण समाज इस राष्ट्र को हमेशा देता आया है लेकिन आज समाज हाशिए पर हैं ,इसलिए संगठन की विचारधारा को हर एक ब्राह्मण तक पहुंचाना होगा और संगठन हित के लिए सही ब्राह्मणों को आगे आने की आवश्यकता है। सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष कुमार झा ने कहा कि आज ब्राह्मण समाज को राजनीतिक रूप से लगातार कमजोर किया जा रहा है, उनकी राजनीतिक भागीदारी नगण्य हो गई है। राजनीतिक दल सिर्फ और सिर्फ ब्राह्मणों को वोट बैंक एवं बंधुआ मजदूर समझ लिए हैं जिसके कारण यह समाज हर रूप से पीछर रहा है। आजादी की लड़ाई से लेकर सनातन धर्म की संरक्षण एवं संवर्धन में यह समाज अपनी कुर्बानी देते आ रहा है बावजूद इसके सिर्फ भेदभाव एवं दरकिनार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि संगठन के द्वारा आगामी अक्टूबर माह में श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल एवं अगले वर्ष गांधी मैदान में विशाल महासम्मेलन के माध्यम से यह समाज अपनी मांगों को लेकर अपनी रणनीति एवं राजनीतिक दशा और दिशा तय करने का काम करेगी अगर समय रहते सभी राजनीतिक दलों द्वारा ब्राह्मण समाज को उचित भागीदारी नहीं दिया गया, उनके हितों की रक्षा उनके लिए योजनाएं और विकास का रोड मैप दिशा में कार्य नहीं किया गया तो समाज सारे राजनीतिक दल का भ्रम तोड़ने का कार्य करेगी और अपना विकल्प स्वयं बनाएगी। राजनीतिक दल किसी मुगालते में ना रहे ब्राह्मण समाज अपनी हितों की रक्षा एवं राजनीतिक भागीदारी हेतु स्वयं सक्षम है और आने वाले समय में सारे राजनीतिक दल का भ्रम तोड़ने का कार्य करेगी। वही इस अवसर पर संगठन के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं प्रवक्ता रजनीश कुमार तिवारी ने कहा कि ब्राह्मण समाज अब जाग चुका है। अब उसे राजनीतिक और सामाजिक भागीदारी दिए बिना किसी भी राजनीतिक दल के लिए सत्ता में रहना संभव नहीं है। उन्होंने तेलंगाना राज्य सरकार की तरह बिहार सरकार एवं केंद्र सरकार से भी ब्राह्मण समाज के लिए ब्राह्मण आयोग बोर्ड का गठन आदि सभा में प्रस्ताव पत्र पढ़ते हुए रजनीश तिवारी ने विभिन्न मांग को पूरा करने का मांग किया है जो इस प्रकार है ब्राह्मण समाज के हितों की रक्षा एवं उनकी सामाजिक आर्थिक राजनीतिक भागीदारी हेतु राज्य एवं केंद्र सरकार से विभिन्न मांग|

1. वेद विद्यार्थियों को आर्थिक सहायता।
राज्य एवं देशभर में वैदिक शिक्षा प्राप्त कर रहे छात्रों को ₹2000 मासिक छात्रवृत्ति के साथ प्रोत्साहित किया जाए।
2. वेद/शास्त्र पंडितों को गौरव मानसिक मानदेय दिया जाए।
60 वर्ष से अधिक आयु के वेद/शास्त्र पंडितों को ₹2500 मासिक मानदेय मिले।
3. उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने वाले योग्य ब्राह्मण छात्रों को 20 लाख रुपए से अधिक आर्थिक सहायता।
4. ब्राह्मण सदन /छात्रावास की स्थापना हो।
5. स्वरोजगार/ उद्योग स्थापना के लिए प्रोत्साहन। गरीब योग्य ब्राह्मण परिवारों को उद्योग स्थापना/ व्यापार/स्वरोजगार प्रारंभ करने हेतु 5 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता
6. वेद पाठशालाओं को मिले आर्थिक सहायता
7.ब्राह्मण कल्याण बोर्ड/ आयोग का गठन हो
8.सभी मंदिर के पुजारी के लिए न्यूनतम मासिक भत्ता भुगतान कर सरकार। कहां की अगर राज्य सरकार एवं भारत सरकार इन मांग्यो को गंभीरता से नहीं ली और इन पर अमल नहीं की तो इसके कुछ और परिणाम देखने को मिलेंगे क्योंकि यह समाज आज ठगा एवं सब से पीड़ित आर्थिक सामाजिक रूप से कमजोर एवं समाज के मुख्य धारा से कटता चला जा रहा है।
वही कार्यक्रम में सुलभ इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन के संस्थापक पद्म भूषण बिंदेश्वरी पाठक के निधन पर दो मिनट का मौन शांति रख उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित किया गया। मौके पर संगठन के मनीष भूषण ओझा, अभिनंदन पांडे, आशुतोष पाण्डेय,रवि मिश्रा, राघवेंद्र तिवारी, मणिकांत आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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