मानव जीवन नौटंकी से भरा पड़ा : स्वामी निरंजनानंद सरस्वती
– आगामी 4 से 6 सितंबर तक गुरु भक्ति योग अनुष्ठान आयोजित
– जीवन का मूल रहस्य हंसते मुस्कुराते रहना है साधना के दौरान मिली ऊर्जा से जीवन हर्ष पूर्ण होता है
न्यूज़ डेस्क
– अमिट लेख
मुंगेर, (निरंजन कुमार)। पादुका दर्शन सन्यास पीठ में सन्यास पीठ में चातुर्मास अनुष्ठान के दौरान विभिन्न आध्यात्मिक कार्यक्रम के अंतर्गत विगत 5 दिनों से चल रहे, झूलन उत्सव का कार्यक्रम समाप्त हुआ। मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए परमहंस स्वामी निरंजनानंद सरस्वती ने कहा कि मानव का जीवन नौटंकी से भरा पड़ा है। यह कहा कि चातुर्मास अनुष्ठान साधकों के लिए महत्वपूर्ण समय सन्यासी विभिन्न धार्मिक गतिविधियों को अंजाम देते हैं। जिसमें भक्ति ज्ञान, सत्संग, हवन यज्ञ, रामायण पाठ, गीता पाठ, कीर्तनआदि होता। बताया कि जीवन का मूल रहस्य हंसते मुस्कुराते रहना है साधना के दौरान मिली ऊर्जा से जीवन हर्ष पूर्ण होता है। जीवन के रहस्य के बारे में बताते हुए कहा कि आम जीवन पढ़ाई लिखाई नौकरी शादी विवाह और संतान के लालन पालन में समाप्त हो जाती है, लेकिन इसी जीवन में जो भक्ति रस रूपी नौटंकी को अपनाता है उनका जीवन सफल होता है। स्वामी जी कहते हैं कि चातुर्मास के दौरान जो अनुष्ठान और कार्यक्रम आयोजित होता है, वह नगर वासियों के आध्यात्मिक विकास के लिए होता है। उन्होंने कहा मेरा क्या है, मैं तो आध्यात्मिक गतिविधियों को एकांत में भी कर सकता हूं। लेकिन पादुका दर्शन में करने का एकमात्र उद्देश्य यही है की शहर वासियों का आध्यात्मिक चिंतन विकास हो ताकि उनका जीवन सफल हो सके। यह जानकारी भी दिया के आगामी 4 से 6 सितंबर तक पादुका दर्शन में गुरु भक्ति योग अनुष्ठान का कार्यक्रम है। उसके बाद लक्ष्मी नारायण यज्ञ 8 से 12 सितंबर तक चलेगा। शहर वासी इसमें भाग ले और जीवन को सफल बनाएं कार्यक्रम के अंत में बाल योग जय शिव ओंकारा…, जय बोलो गुरुदेव की…, भजन गाकर पूरा माहौल भक्तिमय कर दिया अंत में कार्यक्रम में मौजूद महिलाओं ने स्वामी जी की कलाई में रक्षाबंधन बांधकर मंगल कामना की।