पूर्व मध्य रेलवे के नरकटियागंज से वाल्मीकिनगर तक हो रहे दोहरीकरन के तहत शुक्रवार को ईसीआर के अंतिम स्टेशन वाल्मीकिनगर से बगहा तक दोहरी लाइन का शुभारंभ हो गया
न्यूज़ डेस्क, बगहा ब्यूरो
नसीम खान ‘क्या’
– अमिट लेख
बगहा, (जिला ब्यूरो)। पूर्व मध्य रेलवे के नरकटियागंज से वाल्मीकिनगर तक हो रहे दोहरीकरन के तहत शुक्रवार को ईसीआर के अंतिम स्टेशन वाल्मीकिनगर से बगहा तक दोहरी लाइन का शुभारंभ हो गया। इस रेल खंड का यह काफी महत्वपूर्ण स्टेशन है जहां भारत नेपाल सीमा से जुड़ा हुआ बिहार का एकमात्र टाइगर रिजर्व स्थित है। एनईआर और ईसीआर को जोड़ने वाला वाल्मीकिनगर रोड स्टेशन आज दोहरीकरण से जुड़ जाएगा जिससे गाड़ियों के परिचालन में होने वाली क्रासिंग की समस्या से निजात मिल जाएगा। लेकिन अभी यह गति बीच बीच मे बाधक ही रहेगी क्योकि नारकटियागंज से वाल्मीकिनगर के बीच अभी बगहा से खरपोखर तथा भैरोगंज से हरिनगर के बीच अभी दोहरीकारण होना बाकी है। यह इस जिला के लिए रेलवे द्वारा किये जा रहे विकास कार्यों की एक बड़ी सौगात मानी जा रही है। इसके साथ ही आज बगहा स्टेशन पर नव निर्मित भवन का भी उद्घाटन किया गया जहां पूरे ऑपरेटिंग सिस्टम को नई तकनीकी से जोड़ा गया है। अब इस नई तकनीकी से सभी समपार फाटक को ऑटोमेटिक सिस्टम से जोड़ दिया गया है। जंहा सभी फाटक पहले मैनुअल हुआ करते थे अब उनका संचालन इलेक्ट्रिक स्विच से किया जाएगा।
अंग्रेजो के जमाने मे बने स्टेशन भवन को छोड़ अब नई बिल्डिंग से संचालित होगा कार्य :
लगभग 100 वर्षों पूर्व बना बगहा रेलवे स्टेशन का भवन जो अंग्रेजी हुकूमत के द्वारा बनवाया गया था अब रिक्त हो जाएगा और स्टेशन के लिए नवनिर्मित भवन में शिफ्ट हो गया है। इस प्रकार एक इतिहास की समाप्ति के साथ नए भारत की नई तस्वीर बगहा में बनती नजर आ रही है।
अंग्रेजो के जमाने का पानी टैंक आज भी :
पीने का पानी की भारी समस्या है बगहा स्टेशन पर जंहा आज भी अंग्रेजो के समय बनाया गया पानी टंकी ही एकमात्र साधन बना हुआ है वाटर सप्लाई का दुर्भाग्य यह है इस पानी टंकी की सुरक्षा के लिए बनाया गया छत टूट चुका है जिसमे पानी की शुद्धता बिल्कुल नही है खुले आसमान में टंकी में जमा हुए पानी मे चिड़ियों का बसेरा है कभी कभी इसमे कौवा मर भी जाते है चिड़िया पानी पीने के साथ इसी में नहाती भी है और वही पानी यात्रियों को पीने के लिए सप्लाई किया जाता है जो नल लगे है उनकी भी हालत खस्ता है कभी पानी आता है तो कभी बंद ही रहता है।कम मूल्य में मिलने वाला आरओ वाटर काउंटर बंद पड़ा हुआ है। इस संबंध में डीआरएम विनय श्रीवास्तव ने बताया कि इस योजना को बहुत जल्द पूरा कर लिया गया है। गाड़ियों के परिचालन के सम्बंध में डीआरएम ने बताया कि गोरखपुर में भी इंटरलॉकिंग चल रहा है बहुत जल्द उम्मीद है कि गाड़ियों का परिचालन शुरू हो जाएगा बगहा में आज सीआरएस किया जा रहा है अगर स्वीकृति मिल गई तो इस पर भी गाड़ी का परिचलन शुरू कर दिया जाएगा। नए स्टेशन पर पहुचने के लिए मार्ग और साफ सफाई की समस्या पर पूछे जाने पर डीआरएम ने बताया कि दो तीन दिन में इसको भी ठीक कर लिया जाएगा। साथ ही पब्लिक समस्यायों के समाधान के लिए आम आदमी के बातों का समाधान करने के लिए बोले कि आप इसका लिखित मेमोरेंडम दिया जाय।