राष्ट्रीय युवा नेता अनुपम के नेतृत्व में 2 अक्टूबर को सुपौल गाँधी मैदान में कोसी महापंचायत होने जा रहा है
न्यूज़ डेस्क, सुपौल ब्यूरो
अभिषेक झा
– अमिट लेख
सुपौल, (संवाददाता)। राष्ट्रीय युवा नेता अनुपम के नेतृत्व में 2 अक्टूबर को सुपौल गाँधी मैदान में कोसी महापंचायत होने जा रहा है। महापंचायत की तैयारी के लिए कोचिंग संस्थानों, कोर्ट परिसर और बाजारों में सघन जनसंपर्क अभियान हो रहा है। यह महापंचायत बढ़ता नशा, बेरोजगारी, बदतर शिक्षा स्वास्थ्य, भूमि विवाद और बाढ़ के पाँच अभिशापों को मिटाने के लिए है। अनुपम ने कहा है कि समाज को बचाने और बच्चों का बेहतर भविष्य बनाने के लिए कोसी क्षेत्र में आज एक जनांदोलन की ज़रूरत है। सुपौल के गाँधी मैदान में 2 अक्टूबर को होने जा रहे महापंचायत में इसी आंदोलन की नींव रखी जायेगी। आपको बता दें कि ‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम की देशभर के युवाओं में एक मजबूत पहचान हैं। पढ़ाई, कमाई, दवाई का नारा देने वाले अनुपम ने बेरोज़गारी के गंभीर संकट को राष्ट्रीय बहस का हिस्सा बनाया है। युवाओं के बेहतर भविष्य के लिए निडरता से संघर्ष करते हुए कई केस मुकदमे झेला है और तिहाड़ जेल तक गए हैं। पिछले कुछ महीनों से अनुपम कोसी क्षेत्र की समस्यायों को लेकर आम जनता से लगातार संवाद कर रहे हैं। इसी क्रम में सुपौल के पिपरा प्रखंड के तुलापट्टी तुलाधाम में संवाद के दौरान अनुपम ने कहा यूं तो कोसी में कई समस्याएं हैं लेकिन बढ़ता नशा, भीषण बेरोजगारी, बदतर शिक्षा स्वास्थ्य, भूमि विवाद और बाढ़ की आपदा यहाँ के पंच-अभिशाप हैं। इन पाँचों के जड़ में है भयानक भ्रष्टाचार और इसका दुखद नतीजा है बेतहाशा पलायन। अगर कोसी के ‘पंच-अभिशाप’ को मिटाना चाहते हैं और नए कोसी का निर्माण करना चाहते हैं तो एक व्यापक जनांदोलन खड़ा करना होगा। अनुपम ने आगे कहा कि कभी ज्ञान की धरती रही कोसी क्षेत्र की पहचान आज गरीबी, पलायन, भ्रष्टाचार से हो गई है। कोसी के जिन युवाओं में राष्ट्रनिर्माण की क्षमता और योग्यता है वह आज नशा के अंधकार में डूबता जा रहा है। जो युवा अपनी मेहनत और कौशल के दम पर उद्योग खड़ा करने की क्षमता रखता है वो आज दिल्ली पंजाब में मजदूरी करने को मजबूर है। अपार संभावनाओं से भरे इस क्षेत्र में किसी चीज की कमी नहीं है लेकिन दुर्भाग्यवश आज तक कोसी के लोगों को यहाँ के नेताओं द्वारा बस दो हो चीज मिला है वादा और धोखा। जो भी आया है बस कोसी को छला ही है। नेताओं ने कभी जाति के नाम पर कभी धर्म के नाम पर कभी पार्टी के नाम पर तो कभी क्षेत्र के नाम पर बस भाई को भाई से लड़ाया है। सबको किसी न किसी लड़ाई में उलझा कर खुद मलाई खाने में लगे हैं। अनुपम ने कहा कि समय रहते अगर हम नहीं चेते तो भ्रष्टाचार के कोख से पैदा हुआ यह बढ़ता नशा, भीषण बेरोजगारी, बदतर शिक्षा, बदहाल स्वास्थ्य और भूमि विवाद कोसी क्षेत्र की अपार संभावनाओं को घुन की तरह खा जायेगा। कोसी की संभावनाओं को और यहाँ के बच्चों के भविष्य को खत्म कर देगा। इसलिए अब वक्त आ गया है कि हम अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य और सुरक्षित कल के लिए आज संघर्ष कर लें। उन्होंने कहा कि हम में से हर एक व्यक्ति को इस आंदोलन में अपनी भूमिका तय कर लेना चाहिए। आंदोलन होने के लिए जो भी अवयव चाहिए होते हैं इस वक्त कोसी में सब मौजूद हैं। परिवर्तन का समय आ गया है। नया कोसी के निर्माण का समय आ गया है। उन्होंने युवाओं से भारी संख्या में 2 अक्टूबर को गांधी मैदान पहुंचने की अपील की।