पताही के देवापुर संगम स्थल पर समाजसेवी सुभाष सिंह द्वारा पांच दिवसीय विशाल भंडारा का अयोजन
पूर्वी चम्पारण जिला के पताही में तेरस व अनंत चतुर्दशी के मौके पर बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मन्दिर में जलाभिषेक को लेकर रविवार को कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा है
न्यूज़ डेस्क, मोतिहारी ब्यूरो
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
मोतिहारी, (जिला ब्यूरो)। पूर्वी चम्पारण जिला के पताही में तेरस व अनंत चतुर्दशी के मौके पर बाबा सोमेश्वरनाथ महादेव मन्दिर में जलाभिषेक को लेकर रविवार को कांवरियों का सैलाब उमड़ पड़ा है। जिले के देवापुर में अवस्थित लाल बकेया एवं बागमती का संगम स्थल गेरुआ रंग में पूरी तरह रंगी हुई है। हर हर महादेव एवं बोल बम के जयघोष से वातावरण गूंजायमान है। सुबह से ही कांवरियों का आना शुरू हो गया था, देर शाम तक लाखों से अधिक कांवरिया संगम घाट पर प्रवेश कर गए थे। रंग-विरंगे कपड़ों में कांवरिया संगम घाट पर जलबोझी को लेकर आतुर हैं।रंगीन गंजी व केसरिया पेंट तथा सर पर टोपी एवं पैर में घुंघरू के साथ बमों का जत्था दोपहर से लगातार कांवरिया पथ पर निकल रहा है।संगम स्थल पर कई समाजसेवी सुभाष सिंह द्वारा पांच दिवसीय विशाल भंडारा एवं सेवा शिविर लगाया गया है जहां सैकड़ों की संख्या में मौजूद स्वयंसेवक कांवरियों की सेवा में जुटे हुए हैं। कांवरिया मार्ग पर श्रद्धा, भक्ति एवं सेवा का खूबसूरत संगम देखने को मिल रही है।कांवरियों के मुख से बोल बम एवं जय शिव के जयघोष लग रहे हैं। शिव की महिमा में लीन वे बस बाबा भोलेनाथ को जलाभिषेक करने हेतु आगे की ओर बढ़ते चले जा रहे हैं। यहां कब से जलबोझी होती है, यह पूछे जाने पर ग्रामीण सह समाजसेवी सुभाष सिंह ने बताया कि हमारे स्वर्गीय पिता जी भी यहीँ कहते थे कि जब से हमने होश संभाला है तभी से लोग यहां जल भरने के लिए आते हैं। प्रत्येक वर्ष आनेवाले कांवरियों की संख्या में निरंतर वृद्धि हो रही है। अरेराज स्थित मनोकामना पूर्ति लिंग के रूप में स्थापित बाबा सोमेश्वर नाथ महादेव को तेरस व अनंत चतुर्दशी को जल चढ़ाने के लिए लाखों की संख्या में कांवरिया संगम स्थल से जलबोझी करते हैं। वहीं पूर्व मुखिया वेदानंद झा ने कहा कि निरंतर भीड़ में वृद्धि होने से आने वाले समय में देवापुर का संगम घाट उत्तर बिहार का सुल्तानगंज बन जाएगा। तेरस के दिन कई लाखों की संख्या में डाक बम द्वारा जलबोझी की जाती है।