बिहार म्युनिसिपल वर्कर्स एसोसिएशन (बमवा) के राज्यव्यापी आन्दोलन के तहत एकदिवसीय प्रतिवाद दिवस के अवसर पर निगम के सभी स्थाई कर्मचारी, संविदा कर्मी और आउटसोर्सिंग श्रमिक अपनी राज्य स्तरीय मांगों तथा 11 सूत्रीं स्थानीय मांगों के आलोक में धरना पर बैठेंगें
न्यूज़ डेस्क, बेतिया
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। बिहार म्युनिसिपल वर्कर्स एसोसिएशन (बमवा) के राज्यव्यापी आन्दोलन के तहत एकदिवसीय प्रतिवाद दिवस के अवसर पर निगम के सभी स्थाई कर्मचारी, संविदा कर्मी और आउटसोर्सिंग श्रमिक अपनी राज्य स्तरीय मांगों तथा 11 सूत्रीं स्थानीय मांगों के आलोक में धरना पर बैठेंगें। ज्ञात हो की निगम के नगर आयुक्त और पाथ्या एनजीओ की मिलीभगत से अपने काले कारनामा को छुपाने के लिए पिछले तीन महिनों में लगभग सैकड़ों स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत डोर टू डोर के स्वयं सहायता समूह के महिलाओं को निकाल दिया गया है। विदित हो कि वे सभी महिलाएं वर्ष 2019 में नगर परिषद, बेतिया नगर परिषद की ओर से लिखित पत्र देकर प्रत्येक वार्डो में घर-घर से कचरा संग्रह करने के काम में लगायी गयी थी। उक्त बातें बमवा के निगम शाखा अध्यक्ष श्रीमती मुन्नी देवी और सचिव हरेंद्र राउत ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया की स्थानीय स्तर पर भी हमारी 11 सूत्रीं मांगों को लेकर 11 सितंबर को सात महिला कर्मियों द्वारा सामुहिक भूख हड़ताल किया गया था। जिस पर नगर आयुक्त शम्भू कुमार द्वारा दस दिनों में समस्याओं के समाधान कर देने के आश्वासन पर भूख हड़ताल को स्थगित किया था।परंतु आज तक नगर आयुक्त की ओर से कुछ भी पहल नहीं किये जाने पर बमवा के राज्यव्यापी प्रतिवाद दिवस के साथ नगर निगम के चक्का भी जाम रहेगा।