पुलिस के प्रति जब कभी समाज में बाते चलती है तो आम आदमी के मन में नकारात्मक सोच पुलिस का दुर्व्यवहार,प्रताड़ना ये ही सब नजर आने लग जाती है
न्यूज़ डेस्क, बगहा ब्यूरो
ठाकुर रमेश शर्मा
– अमिट लेख
रामनगर, (प. चंपारण)। पुलिस के प्रति जब कभी समाज में बाते चलती है तो आम आदमी के मन में नकारात्मक सोच पुलिस का दुर्व्यवहार,प्रताड़ना ये ही सब नजर आने लग जाती है।
परंतु, कभी-कभी पुलिस वाले अपनी जान की बाजी लगाकर किसी निरीह इंसान की मदद करते है। खड़े होकर इंसानियत को बचाने का कार्य करते है। जिसके जीवन में हम सब के हजारों मिसाल है उसी का एक उदाहरण बीते दिवस 29 सितंबर 2023 को बगहा स्टेशन जो पूर्व मध्य रेलवे के नरकटियागंज-गोरखपुर रेलखंड में अवस्थित है, वहा जीआरपी के जवान तथा रेलवे सुरक्षा बल के जवान कांस्टेबल- हरीश-चंद्र यादव ने अपनी काबिलियत दिखाकर उस सत्याग्रह एक्सप्रेस (अप -15273) के बोगी के नीचे फिसलकर गिरे हुए नवयुवक के हौसले को चिल्लाकर बढ़ाते हुए जान बचा लिया, नही तो घबराहट में नवयुवक अपने गतिविधि को बदल देता और अपने शरीर के किसी अंग को गवां बैठता।
इस उत्कृष्ट कार्य के लिए उन पुलिस के जवानों के प्रोत्साहन में डी०आर०एम तथा जनरल मैनेजर को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए। क्योंकि इन जवानों ने पुलिस के छवि के प्रति अनंत काल के लिए धूमिल होने से बचाया है। हालांकि घायल युवक प्रतीक कुमार बेतिया से दिल्ली जा रहा था। इसी क्रम जब बगहा स्टेशन पर रुकी तो वह कोल्ड ड्रिंक और चिप्स लेने उतरा ही था की इतने में ट्रेन खुल गई और जब उस व्यक्ति ने दौड़कर चढ़ने का प्रयास किया तो वह हादसे का शिकार हो गया। रेलवे के जानकारों का कहना है की इधर के ट्रेनों में जेनरल क्लास के कुछ ऐसे भी डिब्बे लगाए जाते है को को स्विटजरलैंड से बनकर आए हुए थे उनका मॉडल हमारे देश के लोगो के अनुकूल नहीं है जिस वजह से भी ऐसी घटनाओं का अनुमान लगाया जा सकता है, जिसपर रेल विभाग को ध्यान देना होगा।