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Post: वन विभाग और डब्लू टी आई के द्वारा वर्नीश पाईथॉन अजगर सांप को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया

वन विभाग और डब्लू टी आई के द्वारा वर्नीश पाईथॉन अजगर सांप को पकड़कर सुरक्षित जंगल में छोड़ा गया

वीटीआर वन प्रडंल दो के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र से सटे रिहायशी इलाकों में वन्यजीवो के निकलने का सिलसिला आम बात हो गई है

नंदलाल पटेल

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वाल्मीकिनगर, (संवाददाता)। वीटीआर वन प्रडंल दो के वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र से सटे रिहायशी इलाकों में वन्य जीवो के निकलने का सिलसिला आम बात हो गई है। इसी क्रम में वाल्मीकि नगर थाना क्षेत्र के बिसहा गांव निवासी अशोक यादव के घर के समीप ग्रामीण सड़क पर गुरूवार की सुबह लगभग 15 फीट का एक वर्नीश पाईथॉन अजगर सांप को निकालने से ग्रामीणों में घंटों तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा।

फोटो : नन्दलाल पटेल

ग्रामीणों द्वारा इसकी सूचना वाल्मीकिनगर स्थित वन विभाग व डब्ल्यू टी आई कार्यालय को दी गई। इस सूचना को गंभीरता से लेते हुए वाल्मीकि नगर वन विभाग के वनपाल सोनू कुमार व डब्ल्यू टी आई के फील्ड ऑफिसर पावेल घोष के नेतृत्व में डब्लू टी आई के फील्ड असिस्टेंट सुनील कुमार व वन विभाग वनकर्मि सोनू कुमार एवं उनके सहयोगी के द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर लगभग 15 फीट का वर्नीश पाईथॉन अजगर सांप को घंटो मशक्कत के बाद पकड़कर वीटीआर के जटाशंकर के जंगल में सुरक्षित छोड़ दिया गया। इसकी पुष्टि वाल्मीकि नगर वन क्षेत्र के वनपाल सोनू कुमार ने की है। उन्होंने आगे बताया कि वर्नीश पाईथॉन अजगर सांप की लंबाई लगभग 15 फीट और मोटाई करीब 4 फीट का था। बता दे कि वर्नीश पाईथॉन अजगर सांप पूर्वी गोलार्ध के उष्णकटिबंधीय और उष्णकटिबंधीय के मूल्य निवासी पाइथॉनेट परिवार में से एक एे सांपों की एक प्रजाति है।पाईथॉन नाम 1803 में फ्रांस्वा मैरी डौडिन द्वारा गैर विषैला सांपो के लिए प्रस्ताविक किया गया था। वर्तमान में 10 अजगर सांप के प्रजातियों को वैध टैक्सा के रूप में मान्यता प्राप्त हैं।

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