मुख्य बाजार स्थित सार्वजनिक बड़ी दुर्गा मंदिर अजगैबी काली मंदिर एवं चंपावती दुर्गा मंदिर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को माता के मां दुर्गा का पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी
न्यूज़ डेस्क, सुपौल ब्यूरो
संतोष कुमार, अनुमंडल ब्यूरो
– अमिट लेख
त्रिवेणीगंज, (सुपौल)। मुख्य बाजार स्थित सार्वजनिक बड़ी दुर्गा मंदिर अजगैबी काली मंदिर एवं चंपावती दुर्गा मंदिर समेत ग्रामीण क्षेत्रों में शनिवार को माता के मां दुर्गा का पट खुलते ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी।
शारदीय नवरात्र पूजा के सातवें दिन आवाहित देवताओं के पूजन के बाद मंत्रोच्चार से पूरा वातावरण गूंज उठा। इस दौरान मां दुर्गा की आरती व भजन से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। घंटा और शंख की ध्वनियों से वातावरण गूंजायमान हो गया। श्रद्धालु माता रानी की जय जय माता दी दुर्गा महारानी की जय आदि उदघोष करते रहे ।
आचार्य सोनू झा ने नवरात्र के सातवीं के महत्व के बारे में बताते हुए कहा मां दुर्गा की सातवीं शक्ति कालरात्रि के नाम से जानी जाती है। दुर्गा पूजा के सातवीं को उपासना विधान है। इनकी पूजा-अर्चना से भक्तों के समस्त पापों एवं विघ्नों का नाश होता है। मां कालरात्रि दुष्टों का विनाश करती है। वही महा निशा पूजा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसमें सत्व,रज एवं तमगुणों को प्रगट करने वाली भगवती पराम्बा दुर्गा के तीनों रूप की पूजा की जाती है जो भक्त श्रद्धा विश्वास और निष्ठा से महानिशा की पूजा करते है मां उन भक्तो का कष्ट दूर करती है।