हमारे देश के असली हीरो प्रवीन यादव जैसे लोग हैं , जिन्हें सलाम और प्रणाम बनता है ।
न्यूज़ डेस्क ,पश्चिम चंपारण
-अमिट लेख
बेतिया (मोहन सिंह) |उत्तरकाशी के सिलक्यारा में टनल हादसे में फंसे 41 लोगों को सुरक्षित निकालने हेतु जो प्रयास चल रहे हैं उसमें आखिरी 12 मीटर (लगभग 40 फीट) की ड्रिलिंग ही सिर्फ बची थी , तभी एक बाधा आ गई , एक मोटी मेटल पाईप बीच में आ रही थी जिसको काटे बगैर आगे ड्रिलिंग संभव नहीं थी , तब यह हीरो व्यक्तित्व पहले से ड्रिल की गई करीब 170 फीट लंबी पर पतली सी सुरंग के भीतर जाकर तीन घंटे के अथक प्रयास में उस बाधा को काटकर हटाते हैं ।इतनी गहरी सुरंग जिसमें इन्हें ऑक्सीजन की कमी भी महसूस हुई होगी और अपनी जान के चले जाने का खतरा भी महसूस हुआ होगा पर इन्होंने हार नहीं मानी और फंसे हुए लोगों को बचाने में अपना अप्रतिम योगदान देते हुए मानवता की प्रति सच्ची सेवा दी ।उत्तरप्रदेश, गोरखपुर के भाई प्रवीन यादव जिन्हें ऐसे ड्रिलिंग कार्य का 14 वर्षीय अनुभव भी है उनके इस महान साहस, बुलंद हौसले को मैं सैल्यूट करता हूं , टनल में फंसी 41 जिंदगियों को बचाने हेतु अपनी जान पर खेलकर जो इन्होंने इंसानियत की सच्ची सेवा की है उसकी वास्तविक प्रशंसा हेतु मेरे पास उपयुक्त शब्दों का आभाव है।।