दमकल दस्ता के पहुंचने और आग पर काबू पाने तक सबकुछ तबाह हो चूका था
मौके पर पशु पालकों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया
सैफ आलम
– अमिट लेख
महराजगंज,(उत्तर प्रदेश)। जनपद के कोहडवल गांव में खेत में बने मवेशी खटाल में लगी भीषण आग ने उसमें बंधे दर्ज़न भर पशुओं को भस्म कर दिया। जानकारी के अनुसार कोहढ़वल गांव के लक्ष्मी के पुत्र क्रमशः रामभरोस और जिउत ने गांव से लगे सरेह में छप्पर डाल कर मवेशी पालन किया था। मंगलवार के दिन अचानक खटाल में किये घूरा से छिटकी चिंगारी ने छप्पर को अपने आगोश में ले लिया और देखते हीं देखते घास-फुस का बना खटाल धू -धू कर जलने लगा। गांववाले आग की लपट देखकर मौके पर पहुंचे पर आग की लपटे इतनी भयावह हो चली की ग्रामीणों की कोई तरकीब आग बुझाने में काम नहीं आयी तथा खटाल में बंधे तीन भैंस, दो बैल और सात अदद बकारियां जलकर खाक हो गई। हालांकि ग्रामीणों की सूचना पाकर दमकल से अग्निशामक दल भी पहुँच गया तथा प्रचंड अग्नि ज्वाला को शांत किया परन्तु “का..वर्षा जब क़ृषि सुखाने” वाली कहावत चरितार्थ हो गई, रामभरोस और जिउत के जीविकोपार्जन के पशु जलकर नष्ट हो गये थे। गरीब किसानों का मौक़े पर रो-रो कर बुरा हाल था। सीओ निचलौल सूर्यबली मौर्य ने शोक संतप्त पशु पालकों को शासन से मदद दिलाने का आश्वासन देते हुये इस आपदा से जुड़ी आवश्यक कार्यवाही करने का भरोसा दिया।








