वीडीओ हुआ वायरल
न्यूज़ डेस्क, पूर्वी चंपारण
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
मोतिहारी (जिला ब्यूरो) : एक ओर बेबस और लाचार लोग जीवनरक्षक दवा के अभाव लोग दर दर भटक कर दम तोड़ रहे है,वही अस्पताल प्रबंधन दिन के उजाले में लाखो रूपये का दवा जलाते दिख रहे है।मामला पूर्वी चंपारण जिले के अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल का है,जिसकी तस्वीर और विजुअल तेजी वायरल हो रहा है। जिसमे दिख रहा है, कि अस्पताल प्रबंधन लाखों के सिरप,टेबलेट व स्लाईन को आग के हवाले कर रहे है। उल्लेखनीय है,कि तीन दिन पहले ही एक मरीज द्वारा दवा नही मिलने की शिकायत पर अरेराज एसडीओ ने उक्त अस्पताल का निरीक्षण किया था,जहां यह पाया गया कि अस्पताल में दवा की मौजूदगी के बाबजूद मरीज को बाहर से दवा खरीदने को मजबूर किया गया। इस वाकया के बाद एसडीओ के स्तर पर क्या कारवाई हुई या नही लेकिन आज उसी अस्पताल में लाखों की दवा जलते देख चर्चाओ का बाजार गर्म है। बताया गया है,कि दवा जलाने की सूचना पर अरेराज एसडीओ ने सीओ को भेजकर मामले की जांच कराया है।जांच में जल रहे दवा में से सीओ द्वारा सैम्पल लिया गया। स्थानीय पत्रकारो के अनुसार अरेराज अनुमंडलीय अस्पताल में दवा जलाने की यह दूसरी घटना है। इसके पूर्व बीडीओ आवास के पास एक एएनएम द्वारा दवा जलाने का मामला सामने आया था ।लेकिन मामला जांच के बाद ठंडा बस्ते में डाल दिया गया। जानकारी यह भी मिली है,कि विगत तीन दिन पहले अरेरज एसडीओ के निरीक्षण में दवा भंडार पंजी अधतन नही मिला था । अस्पताल प्रबंधन ने अक्टूबर 22 से अब तक कई एंटीबायटिक दवा का उठाव व वितरण भी रजिस्टर में दर्ज नही किया था।वही एसडीओ के निरीक्षण के तीन दिन बाद लाखों की दवा जलाने की घटना सामने आने के बाद यह स्वाभाविक तौर पर लोग यह प्रश्न पूछ रहे है,कि आखिर किस परिस्थिति में मरीज को दवा नही देकर स्लाईन,टेबलेट,सिरप सहित अन्य दवा जलाया जा रहा है? इस बाबत अरेराज एसडीओ अरुण कुमार ने बताया कि अनुमंडलीय अस्पताल में दवा जलाने की सूचना मिली थी ।सूचना पर अरेराज सीओ पवन कुमार झा ने उक्त स्थल की जांच के लिए भेजा गया। उनकी जांच रिपोर्ट आने के बाद दोषी अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध कठोर करवाई किया जाएगा।