राजधानी में लाठी चार्ज के बाद किया गया था बर्खास्त
न्यूज़ डेस्क,पटना
दिवाकर पाण्डेय
अमिट लेख
पटना (विशेष ब्यूरो) : बिहार में हड़ताल करने के दौरान बर्खास्त की गईं 18 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं के लिए अच्छी खबर है। हड़ताल अवधि में सेवामुक्त की गई आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका की नौकरी बहाल होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह घोषणा की है। सीएम ने शनिवार को को आंगनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं से मुलाकात की। इसके बाद उन्होंने कहा कि जिन कर्मियों को हड़ताल के दौरान नौकरी गंवानी पड़ी, उन्हें फिर से चयनित किया जाएगा। मानदेय बढ़ोतरी समेत विभिन्न मांगों को लेकर पिछले साल राज्यभर की आंगनबाड़ी कर्मियों ने हड़ताल कर दी थी। करीब सवा दो महीने तक चली इस हड़ताल के कारण आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों की पढ़ाई बाधित हुई थी। साथ ही गर्भवती महिलाओं समेत अन्य लाभुकों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया था। आंगनबाड़ी केंद्र दो महीने से ज्यादा समय तक बंद रहे। प्रदर्शन के दौरान पटना में सेविकाओं और सहायिकाओं पर लाठीचार्ज भी हुआ था। पिछले महीने राज्य सरकार की ओर से हड़ताल पर गईं आगंनबाड़ी सेविकाओं और सहायिकाओं को काम पर लौटने की अपील की थी। ऐसा नहीं करने पर उन्हें सेवामुक्त करने की चेतावनी दी गई। हालांकि, इस चेतावनी का उनपर कोई असर नहीं हुआ और आंदोलन जारी रहा। इसके बाद सरकार ने पूरे बिहार में 10,203 आंगनबाड़ी सेविका और 8016 सहायिकाओं को सेवामुक्त कर दिया था। इसका आंगनबाड़ी कर्मियों ने विरोध भी किया था। हालांकि, बाद में सीएम नीतीश कुमार के मांगों पर आश्वासन के बाद आंगनबाड़ी कर्मियों ने अपनी हड़ताल समाप्त कर दी।