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Post: नारायणपुर घाट के नाविकों द्वारा मनमानी भाड़ा वसूले जाने को लेकर गन्ना किसान एक जुट

नारायणपुर घाट के नाविकों द्वारा मनमानी भाड़ा वसूले जाने को लेकर गन्ना किसान एक जुट

नारायणपुर घाट के नाविकों द्वारा मनमानी भाड़ा वसूले जाने को लेकर गन्ना किसान एक जुट

हमारे जिला ब्यूरो नसीम खान क्या की रिपोर्ट :

न्यूज़ डेस्क, पुलिस जिला बगहा

नसीम खान ‘क्या’

अमिट लेख

बगहा, (जिला ब्यूरो) बगहा स्थित गण्डक नदी में संचालित निजी नावों के नाविकों द्वारा नारायनापुर घाट पर गन्ना किसानों से मनमानी ढंग से जबरन भाड़ा वसूली करने के खिलाफ गन्ना किसान एकजुट हो गए हैं । नारायणी नदी में चल रहे निजी नावों के नाविकों की कारस्तानी से आजिज होकर किसानों ने अनुमण्डल कार्यालय का घेराव कर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा है। दरअसल गंडक नदी पार से किसानों को उनके फ़सल ढुलाई का नारायणी नदी में एक मात्र जरिया नाव ही है औऱ विगत कई वर्षों से चीनी मिल प्रबंधन द्वारा गण्डक नदी में पीपा पुल का निर्माण नहीं कराया जा रहा है लिहाजा ज़बरन मनमाने तरीके से हो रही भाड़े की वसूली में गन्ना किसान पीस रहे हैं । क्योंकि बिहार में अभी गन्ना मूल्य दर बढ़ोतरी भी नहीं हुई है और आर्थिक रूप से तंगी झेल रहे किसानों से पिछले साल के दुगुना राशि की जबरन वसूली कर निजी ग़ैर निबंधित नाव चालक उनका शोषण कर रहे हैं । बताया जा रहा है कि वर्षों से दियारा क्षेत्र में गन्ना की हज़ारों एकड़ में बगहा के किसान खेती करते आ रहे हैं। पूर्व में गण्डक दियारा पार से गन्ना की आपूर्ति को लेकर स्थानीय चीनी मिल द्वारा गंडक नदी पर पीपा पुल बनवाया जाता था। जिससे दियारा क्षेत्र के किसान आसानी से कम ख़र्च में चीनी मिल को गन्ना की आपूर्ति करते थे। लेकिन बिगत कई साल से चीनी मिल द्वारा गंडक नदी पर पीपा पुल नहीं बनवाया गया है। ऐसे में किसान नारायणपुर घाट पर नाव के सहारे दियारा क्षेत्र से गन्ने की आपूर्ति करने को मजबूर हैं। किसानों औऱ नाविको के बीच समझौता के तहत ट्राली से 300 रुपया एवं टायर से डेढ़ सौ रुपए भाड़ा वसूलने की सहमति बनी थी लेकिन इस वर्ष नाविक के द्वारा ट्राली से 600 रुपया एवं टायर से 300 रुपया भाड़ा की वसूली की जा रही है। जिससे किसानों का आर्थिक दोहन हो रहा है। इधर किसानों की शिकायत पर बगहा एसडीएम ने मामले की जांच कर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।

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