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Post: लालू-नीतीश के बाद चिराग पासवान ने दिया दही-चूड़े का भोज

लालू-नीतीश के बाद चिराग पासवान ने दिया दही-चूड़े का भोज

उपेंद्र कुशवाहा बोले- अंदर हो रहा है बहुत कुछ

पप्पु यादव जीतन राम माझी ने भी खाये दही चुड़ा

न्यूज डेस्क पटना

दिवाकर पाण्डेय

अमिट लेख 

पटना(विशेष ब्यूरो)। बिहार में दही-चूड़े की राजनीति शुरू हो गई है। पहले मकर संक्रांति पर नीतीश कुमार राबड़ी आवास पर पहुंचे और दही-चूड़ा खाया। वहीं, अब एनडीए के घटक दलों ने भी दही-चूड़े का कार्यक्रम रखा। दरअसल, पटना में लोजपा (आर) के मुखिया चिराग पासवान ने दही-चूड़े के भोज का आयोजन किया, जिसमें पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी, आरएलजेडी अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा, जाप सुप्रीमो पप्पू यादव, बीजेपी प्रदेश प्रधान सम्राट चौधरी पहुंचे। दही-चूड़ा कार्यक्रम में पहुंचे उपेंद्र कुशवाहा ने इंडी गठबंधन पर निशाना साधा और ‘दही के तिलक’ पर भी प्रतिक्रिया दी। इंडी गठबंधन में खींचतान की खबरों पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा, “नीतीश जी कह रहे हैं कि (सीट शेयरिंग में) विलंब हो रहा है और लालू जी कह रहे हैं कि और समय लगेगा, इसकी मतलब साफ है कि इन लोगों के बीच में क्या स्थिति है।” लालू यादव ने कहा है कि गठबंधन में सबकुछ हो रहा है, इस पर कुशवाहा बोले- भीतर से हो रहा है तो बाहर से बात क्यों आ जा रही है?रालोजद अध्यक्ष ने आगे कहा कि नीतीश जी के लोग तो लगातार बोल रहे हैं कि विलंब हो रहा है, जो ठीक नहीं है। इसका मतलब अंदर कुछ तो हो रहा है, जो बाहर दिख रहा है। इस बार लालू यादव ने नीतीश कुमार को दही का तिलक नहीं लगाया, जिसपर कुशवाहा ने कहा, “तिलक लगाने की बात तो अब नीतीश जी को भूल जानी चाहिए। अब कितने दिन नीतीश जी को तिलक लगता रहेगा। अब बिहार में बहुत सारे लोग हैं जिनको तिलक लगना चाहिए। अब अपेक्षा रखना ही ठीक नहीं है।”पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी और जाप सुप्रीमो पप्पू यादव भी दही-चूड़ा भोज में पहुंचे। मांझी ने इंडी गठबंधन पर कई सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि गठबंधन में विवाद बहुत ज्यादा है और नेताओं के बीच सहमति नहीं है। उन्होंने यहां तक कह दिया कि गठबंधन दो-चार दिनों में ही टूट जाएगा। वहीं, पप्पू यादव ने इंडी गठबंधन से जुड़े सवालों को टाल दिया और कहा कि चिराग ने उन्हें फोन कर बुलाया, इसलिए वह पहुंचे। उनका पासवान परिवार से पुराना रिश्ता है।

 

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