पुलिस-प्रशासन पर हमला में 63 नामजदों में तीन आरोपी गिरफ्तार
न्यूज डेस्क मोतिहारी
पप्पु ठाकुर
अमिट लेख
ढाका (संवाददाता )। थानान्तर्गत गहई पंचायत के विक्रमपुर गांव में अतिक्रमण हटाने के दौरान ग्रामीणों द्वारा पुलिस प्रशासन के साथ की गयी मारपीट मामले में 63 नामजद सहित करीब 150 अज्ञात के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। इसमें मुखिया के परिजन सहित एक यू टूबर भी शामिल है। सीओ रीना कुमारी ने प्राथमिकी दर्ज करायी है।पुलिस ने छापेमारी कर तीन नामजद व्यक्तियों को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। जिन व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है उनमें गहई के नवनर्विाचित मुखिया सोनी देवी, उनके पति राजकिशोर सिंह, गोतनी व मुखिया प्रत्याशी राधा कुमारी पटेल, उनके पति राजकुमार सिंह सहित विक्रमपुर निवासी होतीलाल सिंह, रामदर्शन सिंह, बच्चा सिंह, बच्चा साह, उपेन्द्र सिंह, रामलाल सिंह, चिमनी लाल सिंह, रमण ठाकुर विधिचन साह, जयमंगल सिंह, चुन्नु सिंह, रामजी दूबे टोला निवासी सिकन्दर आजम, बच्चु आलम, जाने आलम, मंजर आलम, यू टूबर रविशंकर पांडेय आदि शामिल है। इनमें रामदर्शन सिंह, उपेन्द्र सिंह व मंजर आलम को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में मोतिहारी भेज दिया गया है। अंचलाधिकारी ने प्राथमिकी दर्ज कराते हुए कहा है कि वे पुलिस अधिकारियों के साथ उच्च न्यायालय के निर्देश पर उक्त गांव में शेष बचे हुए अतिक्रमित मकान को खाली कराने गयी और मकान को खाली करा रही थी तो इसी बीच सिकन्दर आजम, राजकुमार पटेल, बच्चु आलम व होतीलाल सिंह आ गये और नाजायज मजमा बनाते हुए हथियार से लैस होकर हो हल्ला करते हुए इल्जाम लगाने लगे। तथा कहने लगे कि आप गरीबों का मकान तोड़ते है इसके लिए आपको 56 लाख रुपये देना होगा। इसपर जब वे बोली कि यह तो रंगदारी है तो वे लोग बोले कि हमलोग रंगदार है। आज रुपया नहीं दीजिएगा तो सभी लोगों को जान से मार देंगे। यह बात सुनकर राजस्व अधिकारी विक्रम सिंह ने इसपर एतराज जताया गया तो उक्त लोगों ने कहा कि देखते क्या हो हथियार उठाओ और इनलोगों को जान से मार दो। और बता दो कि विक्रमपुर गांव कैसा है और अतिक्रमण हटाने का अंजाम क्या होता है। इतना सुनते ही सभी नामजद व करीब सौ, डेढ़ सौ अज्ञात अचानक हमला कर दिये, जिसमें उनके सर पर चोटें आयी। उनके ड्राइवर बिरेन्द्र पासवान के सर पर ईंट से वार किया गया, जिसमें उसका सर फट गया। राजस्व अधिकारी विक्रम सिंह व कार्यपालक पदाधिकारी कमल सिंधू को घेर कर ईंट, पत्थर, लाठी, रड से मारने लगे। साथ में गये जेसीबी ड्राइवर को जेसीबी से उतारकर मारने लगे। साथ में गये पुलिस पदाधिकारी व पुलिस बल को भी घेरकर ईंट पत्थर से पथराव करने लगे, जिसमें कई को चोटें आयी। सभी जख्मी होकर इधर उधर भागने लगे। इसी बीच रविशंकर पांडेय एक माइक लेकर आये और उनलोगों के समर्थन में भीड़ को भड़काने के लिए बोलने लगे कि सीओ द्वारा रूपये लेकर अतिक्रमण हटाने का काम किया जा रहा है। इतना सुनते ही भीड़ और ज्यादा आक्रोशित हो गयी तथा वहां पर मौजूद गाड़ी व जेसीबी को तोड़ फोड़ करने लगे। वहां पर मौजूद उनके ड्राइवर को जातिसूचक गाली देने लगे। सभी लोग वहां से जान बचाकर अस्पताल पहुंचे व अपना इलाज कराये।थानाध्यक्ष मुकेश चन्द्र कुमार ने बताया कि तीन अभिुक्त को गिरफ्तार किया गया है। अन्य की गिरफ्तारी के लिए कार्रवाई की जा रही है. गिरफ्तारी के लिए की जा रही कार्रवाई से गांव में भय का माहौल है और अधिकांश लोग घर छोड़ फरार हो गये है।