जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
इंटरमीडिएट परीक्षार्थी छात्रा के भाई व पंचायत के सरपंच ने पुलिस के साथ किया हाथापाई तीनों को भेजा जेल
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (जिला ब्यूरो)। जिले के त्रिवेणीगंज पुलिस मुहाफिजत और अमनोसकून के लिए है। इसकी बुनियाद आवाम की हिफाजत और सामाजिक संरचना को कानूनी पैकर में ढाले रखना है न कि बर्बरता और भय के लिए।
अनुमंडल क्षेत्र के छातापुर प्रखण्ड अंतर्गत चुन्नू पंचायत के वर्तमान सरपंच लालमोहन मेहता व इंटरमीडिएट परीक्षार्थी दो छात्राओं के भाई को त्रिवेणीगंज पुलिस द्वारा बेहरमी से मारपीट कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। ये मामला पुलिस के जुल्मों सितम की इंतहा है और पुलिस पब्लिक रिलेशन के लिए लोहार के घन जैसा एक हरकत,जनप्रतिनिधियों के साथ त्रिवेणीगंज पुलिस द्वारा ये हरकत पूरे पुलिस महकमा को बदनाम करने के लिए काफी है।
सुशासन भय मुक्त समाज की कल्पना सरकार की कौड़ी कल्पना रह जाएगी। सरकार के सारे प्रयास व्यर्थ हो जाएंगे। विदित हो कि इंटरमीडिएट परीक्षा के प्रथम दिन गुरुवार को 25 मिनट देर से पहुंची दो छात्राओं को परीक्षा केंद्र के अंदर नहीं जाने दिया गया। यहां रामकृष्ण भुनेश्वरी आदर्श उच्च विद्यालय में छातापुर के चुन्नी गांव वार्ड नंबर 9 निवासी कल्पना कुमारी और लक्ष्मीपुर गांव वार्ड नंबर 2 निवासी आंचल कुमारी नाम की दो छात्रा सेंटर पर बाइक खराब होने की वजह से 25 मिनट देर से पहुंची थी। उन्हें डयूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने बाहर निकाल दिया। इसके बाद पूरा साल खराब होने के डर से दोनों छात्राएं फफक फफक कर रोन लगीं। दोनों छात्राएं व उनके साथ आए परिजन बहुत देर तक सड़क बैठ अंदर जाने की गुहार लगाती रहीं लेकिन उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। बल्कि दोनों छात्रा के भाई राजीव कुमार व कैलाश कुमार को पुलिस हिरासत में लेकर थाने चली गई। जिसके बाद सामाजिक स्तर से बीचबचाव के थाना पहुंचे चुन्नी पंचायत की वर्तमान सरपंच को मारपीट कर हाजत में बंद कर दिया बल्कि देर रात्रि में बेहरमी से मारपीट कर तीनों लोगों शुक्रवार को जेल भेज दिया। अनुमंडलीय अस्पताल में पुलिस अभिरक्षा में पहुंचे सरपंच लालमोहन मेहता ने बताया कि मेरे गांव की दो छात्रा रामकृष्ण भुनेश्वरी आदर्श उच्च विद्यालय त्रिवेणीगंज में इंटरमीडिएट परीक्षा देने 25 मिनट लेट से पहुंची। उसे ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मी अंदर नही जाने दिया और दोनों छात्रा के भाई को हिरासत में लेकर थाना ले आई। जिसके छात्रा के परिजनों के कहने पर हम थाना पहुंचे। वहां पर पुलिस कर्मियों ने बेहरमी से मारपीट किया और गोली मारने की धमकी भी दी। उन्होंने बताया कि मारपीट के दौरान मेरे पैर,सर व गल्ला में चोट लगा हुआ है। थाना के मुंसी अजय कुमार ने बताया कि थाना के सिरिस्ता रूम में घुसकर सरपंच लालमोहन मेहता ने सरकारी कार्य में बाधा डाला और मुझे कॉलर पकड़कर मारपीट किया और गुस्सा व पैर से मुझे बुरी तरह से पीटा गया। बीचबचाव में चौकीदार लोग एकत्रित हुए और मामला को शांत कराया गया और मौके पर से सरपंच लालमोहन मेहता को हिरासत में लिया गया। उन्होंने बताया कि इसी तरह का मामला छातापुर थाना में भी आरोपी सरपंच के द्वारा घटना किया गया था जो कि छातापुर थाना कांड संख्या 114/21 दर्ज किया गया था। मारपीट की घटना थाने में लगी सीसीटीवी फुटेज में कैद है। अनुमंडलीय अस्पताल में देर रात्रि ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. बीएन पासवान ने बताया कि पुलिस के द्वारा सरपंच लालमोहन मेहता को लाया गया था। उनके शरीर पर मारपीट का कोई अंदरूनी जख्म व निशान नही पाया गया है। इस बाबत त्रिवेणीगंज प्रभारी थानाध्यक्ष धर्मवीर साथी ने बताया कि थाना के मुंसी अजय कुमार के फर्द बयान पर केस दर्ज कर तीनों आरोपितों को न्यायिक हिरासत में सुपौल जेल भेज दिया गया है।