पकडिदयाल संवाददाता पप्पू पंडित की रिपोर्ट :
14 फरवरी को होने वाले सरस्वती पूजा को लेकर ग्रामीण इलाकों में भी उत्साह देखा जा रहा है
न्यूज़ डेस्क, जिला पूर्वी चम्पारण
पप्पू पंडित
– अमिट लेख
पकड़ीदयाल, (संवाददाता)। प्रखंड क्षेत्र के मूर्तिकार राजकिशोर पंडित ने बताया की 14 फरवरी को होने वाले सरस्वती पूजा को लेकर ग्रामीण इलाकों में भी उत्साह देखा जा रहा है।
सरस्वती पूजा को लेकर दिन प्रतिदिन उत्साह बढ़ता जा रहा। सरस्वती पूजा इस बार 14 फरवरी को है। माघ महीने के शुक्ल पक्ष के पांचवें दिन यानी पंचमी तिथि को बसंत पंचमी पर मां सरस्वती की पूजा होती है। प्रखंड क्षेत्र पंडितपुर के मूर्तिकार राजकिशोर पंडित बताते हैं कि पिछले 15 वर्षों से मूर्ति बना रहा हूं। इसी से परिवार का भरण-पोषण होता है। नोटबंदी के बाद कोरोना आने से मूर्ति का पूरा बाजार ठप्प हो गया। पहले जहां 50 से 60 मूर्तियां बेच लेते थे, वहीं उन्होंने इस बार मात्र 35 मूर्ति बनाया था।
जिसमें करीब 15 मूर्ति की ही बुकिंग हो पाई है। अभी भी ढेरों मूर्तियां ऐसे ही रखी हुई है। महंगाई भी बहुत है, जिससे मूर्ति के दामों में बढ़ोतरी हुई है। विभिन्न गांवों में कारीगर प्रतिमा निर्माण में जुट गए है। विभिन्न संगठन व शिक्षण संस्थान मां सरस्वती की पूजा की तैयारी में जुट गए है। बाजारों में दुकानों पर भी मां सरस्वती की छोटी आकर्षक मूर्ति, हंस पर सवार, वीणावादिनी समेत अन्य रूपों में एलईडी लाइट व अन्य सामान से सुसज्जित मूर्ति मिल रही हैं। हवा के साथ धूप निकलते ही मूर्तिकार प्रतिमा निर्माण के लिए दिन-रात युद्ध स्तर पर जुटे हैं।