हमारे उप- संपादक मोहन सिंह की कलम से :
करोड़ो के फर्जी व गलत भुगतान की 29 पार्षदगण के साझा शिकायत के 8 माह बाद भी अधूरी कार्रवाई पर महापौर गंभीर
विभागीय प्रधान सचिव से मिलकर शीघ्र ही करेंगी विभाग से टीम गठित कर जांच और दोषियों पर विधि सम्मत कार्रवाई की अपील
पार्षदगण की शिकायत को अनुशंसा के साथ भेजने के छह माह बाद सौंपे गए स्मार पत्र के दो माह बाद भी नहीं हुई पूरी जांच
सशक्त समिति के ‘पाथेय’ के करीब तीन करोड़ का भुगतान रोकने पर भी कुछेक लोगों के निराधार आरोप पर जताया खेद
न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। नगर निगम बोर्ड के भंग हो जाने और चुनाव के पहले के नियम के विरुद्ध करोड़ों के फर्जी और गलत भुगतान की माननीय 29 पार्षदगण की साझा शिकायत के 8 माह बाद भी आरोपों की पूरी जांच और कार्रवाई नहीं हो सकी है। ऐसी स्थिति तब है जब जून 2023 में की गई उपरोक्त शिकायत के बाद एजेंसी का एकरारनामा तो, रद्द हुआ पर विभाग से आधी अधूरी जांच और कार्रवाई होने को लेकर महापौर गरिमा देवी सिकारिया के द्वारा विभागीय अपर सचिव से मिलकर दिसंबर 2023 में ही सौंपी गई शिकायत के करीब दो माह बाद भी कोई जांच टीम नगर निगम में नहीं पहुंची है। दुखी मन से इसकी जानकारी देते हुए महापौर गरिमा देवी सिकारिया ने बताया कि तत्कालीन अपर मुख्य सचिव के सख्त आदेश के आधार पर नगर आयुक्त के स्तर आउट सोर्सिंग वाली सफाई एजेंसी ‘पाथेय’ होने वाले करीब तीन करोड़ के भुगतान पर नगर निगम की सशक्त स्थाई समिति द्वारा सर्व सहमति से रोक लगा दी है। बावजूद इसके विभाग स्तर से जांच और करोड़ो के गलत व फर्जी भुगतान के विरुद्ध सार्वजनिक राशि के वसूली की की कार्रवाई को मानों अब ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। महापौर श्रीमती सिकारिया ने बताया कि नगर निगम बोर्ड के अस्तित्व में नहीं रहने के दौरान करोड़ों के दोहरे, गलत और अवैधानिक तरीके से लूट को छूट जैसी स्थिति के विरुद्ध बीते 8 माह से वे लगातार मानो एक लगाई लड़ रहीं है। ऐसी स्थिति सर्व विदित होने बावजूद नगर निगम से संबद्ध कतिपय लोगों के द्वारा अपनी ओछी राजनीति के तहत नगर विकास एवम आवास विभाग के बजाए उनपर सवाल खड़ा करने पर महापौर श्रीमती सिकारिया ने दुखी मन से खेद जताया।