हमारे महराजगंज ब्यूरो तैयब अली चिश्ती की रिपोर्ट :
न्यूज़ डेस्क, जनपद महराजगंज
तैयब अली चिश्ती
– अमिट लेख
महराजगंज, (ब्यूरो रिपोर्ट)। जनपद के भारतीय सीमाक्षेत्र से सटे मित्र देश नेपाल राष्ट्र के नवलपरासी जिला के महलबारी के निकट पहाड़ में लगने वाले मदार बाबा उर्स की तैयारियां जोर शोर से हुआ मुकम्मल। व्यवस्था को अंतिम रूप देने के बाद।
मदार बाबा का मेला दिन बुधवार 28 फरवरी से शुरू होकर 8 मार्च तक चलेगा। बताते चलें कि इस मेले में भारी तादाद में श्रद्धालु जुटते हैं। यूपी व बिहार के सुदूरवर्ती इलाकों से लोगों का हुजूम उमड़ पड़ता है। नेपाल से भी लोग जुटते रहते हैं। इस उर्स में हिन्दू व मुसलमान समान रूप से आस्थावान रहते हैं। मदार बाबा के खादिम व तथा मेला समिति के लोगों ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी श्रद्धालुओं के लिए ठहरने, पेयजल, शौचालय व मेडिकल आदि की व्यवस्था की गई है।
बताते चलें कि सात पहाड़ चढ़ कर सब से ऊंचे चोटी पर बदिउद्दीन शाह कुतुबुल मदार बाबा का चिल्ला गाह वाली मजार अवस्थित है। वहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं को कठिन व जानलेवा रास्तों से होकर गुजरना पड़ता है। रास्ते में सात पहाड़ों की चढ़ाई पूरी करनी होती है। गुददर,तथा नकदरवा व चावलधोया पहाड़ के रास्ते बेहद दुष्कर माने जाते हैं। फिर भी मजार तक पहुंचने के लिए श्रद्धालुओं का तांता लगा रहता है। ये रास्ते काफी मुस्कक्त वाली पगडंडी की तरह हैं और पहाड़ों की चोटी के किनारों से होकर गुजरना पड़ता है। मामूली सी गलती होने पर सैकड़ों फीट गहरी खाई में गिरने का खतरा बना रहता है। सबसे ऊंची चोटी पर बदीउद्दीन शाह कुतुबुल मदार बाबा का चिल्ला गाह वाली मजार है, जहां पीने के पानी की समस्या रहती है। हालांकि मेला समिति ने इस बार वहां पेयजल के समुचित प्रबंध का दावा किया है। सुदूर इलाके से झरने का पानी पाइप लाइन के सहारे मजार व मेले तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है। मेला समिति ने रात्रि विश्राम की व्यवस्था की है। शौचालय बनाए गए हैं। मेले में अप्रिय घटनाओं को रोकने के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस व एपीएफ फोर्स की तैनाती की गई है। मदार मेले में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं जिस से निगरानी की जा रही है।