विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
हजारीबाग के अलावा दानापुर, देवघर और बनारस में भी अभ्यर्थियों को रटवाया गया था प्रश्न पत्र
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (विशेष खबर)। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित तीसरे चरण की शिक्षक बहाली परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक करने वाले गिरोह के मास्टर माइंड विशाल कुमार चौरसिया ने चौंकाने वाले खुलासे किए है। आर्थिक अपराध इकाई को इस विशाल ने इस बात की जानकारी दी है कि हजारीबाग के अलावा दानापुर, देवघर और बनारस में भी अभ्यर्थियों को शिक्षक बहाली परीक्षा का प्रश्न और उत्तर रटवाया गया था। इधर इस पूरे मामले में कई कोचिंग संस्थानों की भूमिका भी आर्थिक अपराध इकाई को संदिग्ध नजर आई है। दरअसल कोहिनूर बैंक्विट हॉल में जब आर्थिक अपराध इकाई ने झारखंड पुलिस के सहयोग से छापेमारी की थी तब वहां पर पटना के एक कोचिंग संस्थान का डॉक्यूमेंट पुलिस को हाथ लगा है। अब पुलिस उस संस्थान के बारे में जानकारी हासिल कर रही है। दरअसल जो लोग गिरफ्तार किए गए हैं, उसमें पटना के कुछ कोचिंग संस्थान के अभ्यर्थी भी शामिल है। आर्थिक अपराध इकाई के सूत्रों की मानें तो कुछ कोचिंग संस्थान के संचालकों ने अभ्यर्थियों को परीक्षा माफिया से संपर्क करवाया था। अब ऐसे कोचिंग संस्थान आर्थिक अपराध की रडार पर आ गए है। पहले से ही बीपीएससी के कई कर्मी भी शक के दायरे में है। उधर कोलकाता के एक प्रेस के खिलाफ भी पूरे मामले में जांच चल रही है। हजारीबाग स्थित कोहिनूर बैंक्विट हॉल में जहां ईओयू ने बड़ी कार्रवाई की थी, वहीं एजी कॉलोनी में साइबर कैफे चलाने वाले अभिषेक को पकड़ा गया था। वह पटना के केसरी नगर का रहने वाला है। अभिषेक को पेन ड्राइव देकर नगरनौसा के प्रदीप ने कोहिनूर बैंक्विट हॉल भेजा था। उसने बैंक्विट हाल के प्रिंटर से 180 कॉपी आंसर टिक किया हुआ प्रश्न पत्र निकाला था। इस बैंक्विट हॉल में करीब 500 अभ्यर्थी ठहरे थे, जिन्हें प्रोजेक्टर पर प्रश्न और उत्तर रटवाया गया। इसके बदले अभिषेक को 55000 हजार रुपये मिले थे, वहीं सुमित का काम अभ्यर्थियों की लिस्ट बनाना और विक्की का काम अभ्यर्थियों को रिसीव करना था।