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बिहार के लड़के परदेस में बीमार हो भी जाएं तो भी उनके घर वाले तड़प कर रह जाते हैं, पर अपने घर परिवार को देख नहीं पाते : प्रशांत किशोर
सह संपादक की कलम
– अमिट लेख
बेतिया, (मोहन सिंह)। जन सुराज पदयात्रा के दौरान वैशाली के हाजीपुर में आम सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा कि बिहार में आज सिर्फ मजदूर पैदा किया जा रहा है। आज हम बच्चों को पैदा कर मजदूर बना रहे हैं। आज हम जिस बच्चे को पेट काट-काट कर बड़ा कर रहे हैं उन्हें 20 से 22 साल होने भी नहीं दे रहे हैं और दूसरे राज्यों में मजदूरी के लिए भेज दे रहे हैं।
बिहार के लड़के आज परदेस में बीमार हो भी जाएं तो भी उनके घर वाले तड़प कर रह जाते हैं पर अपने घर के परिवार को देख नहीं पाते। आज बिहार से बाहर गया लड़का सिर्फ छठ के समय 10 से 15 दिन के लिए अपने घर आते हैं। मजदूरी कर रहे लड़कों से पूछिये की कैसे वो अपना पेट काट के घर पैसा भेजते हैं ताकि उनके घर के बच्चे भूखे न सोये और आप अपना क़ीमती वोट गांव वालों को देखकर किसी दूसरे को सुनकर देते हैं।