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Post: वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल गिद्धों के लिए बन रहा आशियाना 

वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल गिद्धों के लिए बन रहा आशियाना 

जिला ब्यूरो, नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

वीटीआर के खुले आसमान पर गिद्धों को उड़ान भरते देखा जा रहा

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ब्यूरो रिपोर्ट)। वीटीआर जंगल के खुले आसमान में इनदिनों गिद्धों को उड़ान भरते देखा जा रहा है। जिससे वनकर्मियों में उत्साह देखा जा रहा है। रेंजर राजकुमार पासवान ने बताया कि वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगल मे गिद्धों की संख्या देखी जा रही है। इसके संरक्षण व देखभाल के लिए वल्चर ट्रैकर्स की टीम को लगाया गया है। ताकि इन्हें किसी भी तरह का नुकसान न पहुंचे। बतादें की पड़ोसी नेपाल के चितवन स्थित जटायु गिद्ध संरक्षण केंद्र से लम्बी उड़ान भरते हुए वीटीआर जंगल मे प्रचुर मात्रा में भोजन व अनुकूल वातारण की वजह से ये गिद्ध आ रहे हैं। जटायु गिद्ध संरक्षण केंद्र के समिति अध्यक्ष डीबी चौधरी के मुताबिक दुर्लभ व विलुप्त हो रहे गिद्धों के संरक्षण के लिए सबसे पहले एशिया में वीटीआर जंगल से सटे चितवन अभ्यारण्य में 50 हेक्टेयर वन क्षेत्र में संरक्षण केंद्र बनाया गया था।जो डांगर,सफेद,सोना,खैरा, राज,हिमायली समेत कुल 8 प्रजाति के 517 गिद्धों का बसेरा है। इधर वीटीआर के वातावरण व आहार पोषक की प्रचुरता गिद्धों को लुभा रही है। इसके संरक्षण के लिए वन प्रशासन ने जमीनी स्तर पर कार्य करना शुरू कर दिया है।जो विलुप्त हो रहे गिद्धों के संरक्षण के लिए वलचर्स ट्रैकर को काम लगया गया है। जो इनके संरक्षण व संवर्धन के लिए मिल का पत्थर साबित होगा।

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