AMIT LEKH

Post: मेला संवेदक पर तय राशि से अधिक मांगने का आरोप

मेला संवेदक पर तय राशि से अधिक मांगने का आरोप

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

नगर विकास विभाग को व्यापारियों ने लिखा पत्र

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ब्यूरो डेस्क)। जिले के त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र के मेला ग्राउंड में रामनवमी मेला से जुड़े फुटकर दुकानदारों ने मेला संवेदक पर, नगर परिषद के द्वारा तय राशि देने पर पावती रसीद नही देने का आरोप लगाकर, नगर विकास एवं आवास विभाग सहित जिला पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी सहित कार्यपालक पदाधिकारी नगर परिषद को पत्र लिखा है।

फोटो : संतोष कुमार

शिकायत पत्र में कहा कि हमलोग व्यापारी सैकड़ो की संख्या में कई बर्षो से त्रिवेणीगंज मेला ग्राउंड अन्तर्गत व्यवसाय करते आ रहे है। व्यापारी हर वर्ष मेला ग्राउंड में चिन्हित जगहों पर व्यापार करते है। हर बर्ष माह अप्रैल में सरकार के द्वारा रामनवमी मेला का डाक हुआ करता आ रहा है। जो भी रामनवमी मेला का डाक लेते है। हमलोग सभी व्यापारी रामनवमी मेला संवेदक के द्वारा एक वर्ष की तय की गई राशि पूर्व में देते आ रहा हूं। जिसका पावती रसीद हमलोग व्यापारी को संवेदक के द्वारा दे दिया करता था। बर्ष 2024 में नगर परिषद बोर्ड की बैठक में रामनवमी मेला का रेट तय कर आदेश पारित की गई। बर्ष 2024-25 में नगर परिषद के द्वारा रामनवमी मेला का डाक सम्पन्न की गई। उक्त डाक ऊंची बोली लगाकर कुशहा पंचायत के मयुरवा निवासी पिंटू कुमार ने लिया। हम सब व्यापारी को मेला संवेदक एवं उनके सहयोगी ने बोला कि तुमलोग भ्रम में मत रहो की नगर परिषद के द्वारा तय किया हुआ रेट हम लेकर पावती रसीद दे देंगे। मैं नगर परिषद के द्वारा तय किया हुआ भाड़ा को नही मानते है। जितना तय किया गया है। दोगुना करके सभी व्यापारी भुगतान करो तब ही एक बर्ष का पावती रसीद दिया जाएगा। नही तो जेसीबी मशीन लगाकर अतिक्रमण का हवाला देकर सभी व्यापारियों का व्यवसायिक स्थल खाली करवा देंगे। संवेदक एवं सहयोगी के द्वारा धमकी दी जाती है कि हर हाल में दोगुणा राशि भुगतान करना ही होगा। नही तो अंजाम भुगतने को तैयार रहो। इतना ही नही नगर प्रशासन के द्वारा बार-बार हम सब व्यापारियों को नगर परिषद के द्वारा तय की गई राशि लेकर मेला संवेदक के पास बराबर जाते है और कहते है आप भुगतान लेकर हम सब व्यापारी को पावती रसीद दे दीजिए। लेकिन दबंगता पूर्वक मेला संवेदक एवं सहयोगी के द्वारा हम सब गरीब व्यापारियों का शोषण व दोहण करना चाहते है। पावती रसीद नही देना चाहते है। हमलोग व्यापारियों के समक्ष अगर कोई समस्या उत्पन्न होती है तो रोजी -रोटी की समस्या उत्पन्न हो जाएगी। भविष्य में हमलोग व्यापारी के साथ किसी भी तरह का समस्या उत्पन्न हो जाएगी। भविष्य में हमलोग व्यापारी के साथ किसी भी तरह का समस्या उत्पन्न होती है तो इसका जिम्मेदार मेला संवेदक व सहयोगी होंगे। इधर, रामनवमी मेला संवेदक पिंटू कुमार कुमार ने बताया कि सैरात हर वर्ष साल भर के लिए होता था। इस बार मुझे मात्र 30 दिन का सैरात मिला है। इसके लिए मामला माननीय उच्च न्यायालय पटना में विचाराधीन है। जिसका टॉकन संख्या-सीडब्ल्यूजेसी नंबर 12431/24 है। मुझे परमाना रसीद मिला है। व्यापारियों को रसीद दिया जाएगा। मेरे ऊपर लगाए गए आरोप बेबुनियाद है। वहीं कार्यापालक पदाधिकारी नगर परिषद राज साहिल ने इस प्रसंग में जताया है कि बीते 10 मई को ही संवेदक को परमाना दिया गया था। उसमें कुछ त्रुटि थी। मामले में संवेदक के द्वारा 22 मई को आवेदन दिया था। उसी के आलोक में सुधार कर 22 मई को परमाना दे दिया गया। उन्होंने व्यापारियों के आवेदन को लेकर कहा कि मामला मेरे संज्ञान में है। मेला संवेदक को बोला गया कि ससमय व्यापारियों को रसीद निर्गत करें।

Recent Post