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संभावित बाढ़ से बचाव हेतु एहतियातन सभी व्यवस्थाएं रखें अपडेट : जिला पदाधिकारी

बेतिया संपादकीय डेस्क से मोहन सिंह की रिपोर्ट :

संभावित सुखाड़ के मद्देनजर संबंधित विभाग करें अग्रतर कार्रवाई

जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न

संभावित बाढ़ के मद्देनजर तटबंधों की सतत निगरानी करने का निर्देश

जल निकासी की सुदृढ़ व्यवस्था हेतु पुल-पुलियां, कलवर्ट, नालों की समुचित तरीके से साफ-सफाई कराने का निर्देश

भीषण गर्मी को लेकर सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल की समुचित व्यवस्था करने का निर्देश

जिला पदाधिकारी ने भीषण गर्मी एवं हीट वेब के मद्देनजर जिलेवासियों से अपील की है कि जिलेवासी सजग एवं सतर्क रहें। अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं निकलें तथा बच्चों पर भी विशेष नजर रखें। बच्चों को घर से बाहर नहीं जाने दें। पशुओं को छांव में रखें। अनुकूल समय में खाना बना लें। स्वास्थ्य विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एडवाईजरी का शत-प्रतिशत अनुपालन करें

न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण

मोहन सिंह

– अमिट लेख

बेतिया, (न्यूज़ सर्विस)। संभावित बाढ़ 2024 से बचाव हेतु की जा रही तैयारियों की समीक्षा आज जिला पदाधिकारी, दिनेश कुमार राय द्वारा की गयी। बैठक में वर्षा मापक यंत्र, संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्र एवं संकटग्रस्त व्यक्ति समूहों की पहचान, तटबंधों की सुरक्षा, सूचना व्यवस्था, नाव-नाविकों की व्यवस्था, चना, सत्तू, चूड़ा, गुड, नमक, खाद्य पदार्थ की व्यवस्था, पॉलिथीन शीट्स, बाढ़ शरण स्थल, सामुदायिक रसोई, मानव दवा की व्यवस्था, मोबाईल मेडिकल टीम एवं मेडिकल कैम्प, पशु चारा एवं पशु दवा की व्यवस्था, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, जेनरेटर सेट, पेट्रोमेक्स, महाजाल की व्यवस्था, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति, मोटरबोट, लाईफ जैकेट की आकस्मिक व्यवस्था, जिला आपातकालीन संचालन केन्द्र-सह-नियंत्रण कक्ष, गोताखोरों का प्रशिक्षण, राहत और बचाव दल का गठन, तैयारियों का अभ्यास, बाढ़ प्रभावित परिवारों की सूची का अद्यतीकरण, राशि व्यय पर निगरानी, उपयोगिता प्रमाण पत्र एवं डीसी विपत्रों का समायोजन एवं आकस्मिक फसल योजना का सूत्रण आदि की समीक्षा जिला पदाधिकारी द्वारा की गयी।

फोटो : मोहन सिंह

समीक्षा के क्रम में जिला पदाधिकारी ने कहा कि नेपाल में बहुत कम समय में बहुत अधिक मात्रा में वर्षापात, गंडक नदी में वाल्मीकिनगर बैराज से काफी अधिक मात्रा में पानी छोड़े जाने, बादल की शिफ्टिंग आदि को लेकर पश्चिम चम्पारण जिले में बाढ़ की स्थिति बनती है। संभावित बाढ़ आपदा से निपटने के लिए सभी प्रकार की व्यवस्थाएं अपडेट रखनी है। अंचलाधिकारी नाव-नाविक, गोताखोर, कम्युनिकेशन प्लान, सूचना संग्रह, बाढ़ आश्रय स्थल सहित अन्य सभी व्यवस्थाओं की तैयारी ससमय कर लेंगे। संबंधित कार्यपालक अभियंता के साथ तटबंधों की नियमित रूप से निरीक्षण करेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि नाव, मोटरबोट एवं अन्य वैकल्पिक जल परिवहन सहित अन्य सांसाधनों की भौतिक स्थिति का आकलन कर लेंगे तथा इनकी फंक्शनालिटी की जांच भी करना सुनिश्चित करेंगे ताकि आपात स्थिति में त्वरित रूप से जान-माल की क्षति को रोका जा सके। बाढ़ आश्रय स्थलों की जांच करने के साथ ही समुचित रख-रखाव की व्यवस्था करेंगे। साथ ही जिन बाढ़ आश्रय स्थलों पर पहुंच पथ की समस्या हैं, वहां पहुंच पथ निर्माण हेतु अविलंब अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने निर्देश दिया कि आदर्श आचार संहिता समाप्त होने के उपरांत कर्मियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक कर लेंगे।जनप्रतिनिधियों से विगत वर्षों में आए बाढ़ एवं कटाव से संबंधित फीडबैक लेकर अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि नए नावों के परिचालन के पूर्व नावों का रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि एंटी रोजन कार्य, फ्लड फाईटिंग कार्य, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मति आदि में गुणवत्ता का पूरा ख्याल रखेंगे। ऐसे कार्य निर्धारित मानक के अनुरूप होना चाहिए। गड़बड़ी करने वाले कार्यपालक अभियंताओं के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने निर्देश दिया कि पुल-पुलियां, कलवर्ट आदि की समुचित तरीके से साफ-सफाई ससमय करा लेंगे ताकि जल निकासी अवरूद्ध नहीं होने पाएं। उन्होंने कहा कि संभावित बाढ़ से निपटने हेतु की जा रही तैयारियों के साथ ही संभावित सुखाड़ की स्थिति से निपटने हेतु भी संबंधित विभाग यथा-कृषि, पशुपालन, मत्स्य आदि को सजग एवं सचेत होकर कार्य करना है। इसके साथ ही भीषण गर्मी को देखते हुए आयुक्त, नगर निगम, बेतिया सहित जिले के सभी कार्यपालक पदाधिकारी अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत सार्वजनिक स्थलों पर पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे ताकि राहगीरों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े। साथ ही अत्यधिक वर्षापात होने की स्थिति में जल निकासी की समुचित व्यवस्था भी सुनिश्चित करेंगे। नालों की अच्छे तरीके से साफ-सफाई कराएंगे। उन्होंने कार्यपालक अभियंता, पीएचईडी को निर्देश दिया कि चापाकल मरम्मति दल को पूरी तरह से एक्टिव रखेंगे। कहीं से भी चापाकल खराब होने की सूचना मिलती है तो तुरंत चापाकल को ठीक करते हुए पेयजल सुचारू करेंगे। साथ ही भू-जल स्तर पर नजर बनाएं रखेंगे और एहतियातन सभी आवश्यक कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे। जिला पदाधिकारी ने कहा कि सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं भूमि सुधार उप समाहर्त्ता संभावित बाढ़ एवं अन्य आपदाओं की स्थिति में सजग एवं सचेत रहेंगे। आपदाओं से निपटने हेतु की जा रही कार्रवाई का नियमित रूप से मॉनिटरिंग करेंगे। साथ ही एंटीरोजन कार्य एवं फ्लड फाइटिंग वर्क का औचक निरीक्षण भी करेंगे। उन्होंने संबंधित कार्यपालक अभियंताओं को निर्देश दिया कि कराये जा रहे कार्यों से संबंधित अद्यतन प्रगति रिपोर्ट विभाग को भेंजे ही साथ ही जिला प्रशासन, अनुमंडल प्रशासन एवं प्रखंड प्रशासन को भी अवश्य उपलब्ध कराएं। इस अवसर पर जिला पदाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारियों के सहयोग से पश्चिम चम्पारण जिले में मतदान सफलतापूर्वक सम्पन्न करा लिया गया है। सभी को बधाई और शुभकामनाएं। इसी तरह मतगणना कार्य को भी पूर्ण स्वच्छ, निष्पक्ष एवं पारदर्शी तरीके से सफलतापूर्वक सम्पन्न कराना है। जिला पदाधिकारी ने भीषण गर्मी एवं जारी लू के मद्देनजर जिलेवासियों से अपील की है कि भीषण गर्मी से बचने हेतु जिलेवासी सजग एवं सतर्क रहें।अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं निकलें तथा बच्चों पर भी विशेष नजर रखें। बच्चों को घर से बाहर नहीं जाने दें। पशुओं को छांव में रखें। अनुकूल समय में खाना बना लें। स्वास्थ्य विभाग एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी एडवाईजरी का शत-प्रतिशत अनुपालन करें। सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रभावितों के ईलाज की समुचित व्यवस्था की गयी है। बैठक में अपर समाहर्त्ता, राजीव कुमार सिंह ने पावर प्रजेंटेशन के माध्यम से अबतक की गयी तैयारियों से जिला पदाधिकारी को अवगत कराया। उन्होंने बैठक में उपस्थित अधिकारियों से कहा कि संभावित बाढ़ के मद्देनजर यह बैठक आयोजित है। संभावित बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांव-टोलों, पंचायतों को चिन्हित किया गया है। इसका पुनः आकलन कर लेंगे। आपदा सम्पूर्ति पोर्टल पर डाटा अपडेशन कार्य प्रॉपर तरीके से करें। डाटा अपडेशन कार्य में त्रुटि नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अंचलाधिकारी बेतिया एवं लौरिया वर्षा मापक यंत्र के फंक्शनालिटी की स्वयं जांच कर लेंगे। वर्षामापक यंत्र के आसपास सघन वृक्ष होने पर फंक्शनालिटी प्रभावित होती है, इस हेतु अग्रतर कार्रवाई करेंगे। एसडीआरएफ की टीम मधुबनी, पिपरसी एवं बगहा-01 प्रखंड में राहत एवं बचाव दल के लिए युवकों को अच्छे तरीके से प्रशिक्षित कराना सुनिश्चित करेगी। समीक्षा के क्रम में अपर समाहर्ता, आपदा प्रबंधन द्वारा बताया गया कि 138 निजी नाव मालिकों के साथ एकरारनामा कर लिया गया है। 98 लाईफ जैकेट उपलब्ध है। 133 गोताखोर, 141 राहत एवं बचाव दल, 270 सामुदायिक रसोई, 262 बाढ़ राहत शिविर, 165 शरण स्थल, 10 बाढ़ आश्रय स्थल, 11850 पॉलिथीन शीट्स, 01 महाजाल, 01 इन्फ्लैटेबल लाईटिंग सिस्टम, 03 जीपीएस सेट आदि की व्यवस्था है। उन्होंने बताया कि चना, सत्तू, चूड़ा, गुड़, नमक एवं खाद्य पदार्थों आदि की व्यवस्था के लिए निविदा प्रकाशन के आलोक में निविदा प्राप्त हो चुका हैं निविदा अंतिम प्रक्रिया में है। जिला पशुपालन पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि पशु चारा की व्यवस्था हेतु निविदा के माध्यम से दर का निर्धारण एवं आपूर्तिकर्ता का चयन किया जा चुका है। पशु से संबंधित दवा उपलब्ध है। सिविल सर्जन द्वारा बताया गया कि सभी प्रखंडों में मेडिकल टीम का गठन कर लिया गया है। जिलास्तर पर कंट्रोल रूम का गठन कर लिया गया है। सभी प्रखंडों में संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में गर्भवती महिलाओं एवं गंभीर रोगों से ग्रसित मरीजों की सूची प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर तैयार कर लिया गया है। सभी स्वास्थ्य संस्थानों में एसभीएस, एआरभी, हैलोजन, ब्लीचिंग पाउडर प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है तथा आवश्यकतानुसार मांग के अनुसार उपलब्ध कराने हेतु जिला भंडार में उपलब्ध है।इस अवसर पर अपर समाहर्त्ता, राजीव कुमार सिंह, अपर समाहर्त्ता, आपदा प्रबंधन, रामानुज प्रसाद सिंह, नगर आयुक्त, नगर निगम, बेतिया, शंभु कुमार, वरीय उप समाहर्ता, विपिन कुमार यादव, कमलाकांत त्रिवेदी, एस0 प्रतिक, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, अमरेन्द्र कुमार, जिला जनसम्पर्क पदाधिकारी, अनंत कुमार, सिविल सर्जन, डॉ0 श्रीकांत दूबे, एसडीएम, बगहा, डॉ0 अनुपमा सिंह, एसडीएम, बेतिया, विनोद कुमार, एसडीएम, नरकटियागंज, सूर्य प्रकाश गुप्ता, विशेष कार्य पदाधिकारी, जिला गोपनीय शाखा, सुजीत कुमार सहित अन्य जिलास्तरीय पदाधिकारी, इंस्पेक्टर, एसडीआरएफ, कार्यपालक अभियंता/सहायक अभियंता, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण प्रमंडल, बेतिया, तिरहुत नहर प्रमंडल, नहर प्रमंडल संख्या-2, बेतिया, लघु सिंचाई प्रमंडल बेतिया, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल बेतिया/मोतिहारी/बगहा/पडरौना-01-02, जल निस्सरण प्रमंडल बेतिया, सिकरहना तटबंध मोतिहारी, त्रिवेणी नहर निर्माण प्रमंडल नरकटियागंज/रक्सौल, विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बेतिया, विद्युत परियोजना प्रबंधक बेतिया, दोन नहर प्रमंडल बेतिया, पथ निर्माण विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग एवं सभी अंचलाधिकारी उपस्थित थे।

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