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Post: नहर से निकाली गई मिट्टी व बालू के ढेर को नहरों के तटबंधों पर फैलाने से परेशानी

नहर से निकाली गई मिट्टी व बालू के ढेर को नहरों के तटबंधों पर फैलाने से परेशानी

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

लाखों की लागत से बनी पीसीसी व ईट सोलिंग सड़क मिट्टी के नीचे दब गया

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए. एल. न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज अनुमंडल क्षेत्र में सिंचाई विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। बाढ़ पूर्व व बरसात से पहले क्षेत्र की सभी छोटी बड़ी नहरों की सफाई तो शुरू कर दी गई है। लेकिन नहर से निकाली गई मिट्टी व बालू के ढेर को नहरों के दोनों तटबंधों पर फैला दिया गया हैं। जिस वजह से कई जगहों पर लाखों की लागत से बनी पीसीसी व ईट सोलिंग सड़क मिट्टी के नीचे दब जाने से इन रास्तों में लोगों को चलने में भारी परेशानी हो रही है। हल्की बारिश में कीचड़युक्त सड़क पर फिसल कर नहर में गिरने का भय लोगो को सता रहा है वही फिसलन भरी सड़क पर कई दुर्घटनाएं घटित होने लगी है। नहर के रास्ते गन्तव्य तक जाने वाले और नहर के किनारे रह रहे लोगो ने नहर से निकाले गए मलबे की सफाई के साथ-साथ मिट्टी भी हटाने की मांग की है। क्षेत्रवासियों का कहना है कि सिंचाई विभाग हर साल नहरों की सफाई करवाता है। ठेकेदार नहर से निकलने वाली मिट्टी व गंदगी को नहर किनारे छोड देते हैं। ग्रामीणों ने कहा कि विभाग गांव में स्थित माइनर नहरों में सफाई करवा रहा है और मिट्टी को वहीं छोड़ रहा है। ऐसा हर साल होता है। उन्होंने कहा कि नहर की सफाई के साथ ही मिट्टी को भी हटाया जाए।लक्ष्मी यादव,त्रिभुवन यादव, अजय कुमार,प्रमोद कुमार,बीरबल यादव,उपेन्द्र यादव, कृष्णदेव यादव,अरविंद यादव,अजेन यादव, कुमार ,धीरेन्द्र यादव आदि का कहना है कि सफाई के दौरान ठेकेदार अपना पैसा निकाल लेते हैं, लेकिन मिट्टी नहीं उठाते। यह मिट्टी बारिश के दौरान वापस नहर में चली जाती है व ऐसी सफाई का क्या फायदा। वहीं, विभाग के एईई का कहना था कि विभाग सफाई पर ध्यान रख रहा है। मिट्टी को भी हटाया जाएगा।

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