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Post: मोरारी बापू की राम कथा का 9 दिवसीय कार्यक्रम रविवार को संपन्न हुआ

मोरारी बापू की राम कथा का 9 दिवसीय कार्यक्रम रविवार को संपन्न हुआ

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

अंतिम दिन कथास्थल पर उमड़ा श्रद्धालुओं का जन सैलाब

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, ए. एल. न्यूज़)। एक जून से वाल्मीकि की तपोभूमि वाल्मीकिनगर स्थित नारायणी गंडक नदी के तट पर चल रहे 9 दिवसीय राम कथा का आयोजन रविवार को सुसंपन्न हो गया।

फोटो : नसीम खान “क्या

बतादें की राम कथा वाचक संत मोरारी बापू का राम कथा का आयोजन एक जून से किया जा रहा था जिसका रविवार के दिन जय श्रीराम के जयघोष के साथ संपन्न हो गया। बतादें 9 दिवसीय राम कथा के आयोजन के दरमियान राम कथा समिति द्वारा श्रोता श्रद्धालुओं के लिए तीन समय के प्रसाद भोजन का व्यवस्था किया गया था। राम कथा को सुनने के लिए देश के कोने कोने से श्रद्धालु आए हुए थे साथ ही नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रोताओं ने इस आयोजन का धार्मिक लाभ उठाया। बतातें चलें कि कथा संपन्न होते ही बापू की एक झलक पाने के लिए भक्त व्याकुल दिखे। प्रत्येक दिन की भांति कथा की शुरुआत सभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष चैतन्य को नमन करने के बाद हुई।इस दौरान बापू ने वाल्मीकिनगर में आदि कवि महर्षि वाल्मीकि की भव्य मूर्ति स्थापित करने और वाल्मीकि शोध संस्थान निर्माण करने का सुझाव दिया। बापू ने कहा कि राम कथा लोगों की कथा है।अत्यंत सुख से दुख की उत्पत्ति होती है।सुख और दुख आते रहना चाहिए,क्योंकि इससे दोष और गुण दिखता है।सत्यवादी वही है जो हमेशा सत्य बोले।चाहे सामने कोई भी हो,शून्य और पूर्ण दोनो एक ही हैं,प्रेम को बांटना चाहिए।सब को प्रेम करो,चाहे वह शत्रु ही क्यों न हो।प्रेम परमात्मा को भी मुक्त करता है।अंतःकरण को शुद्ध रख कर परमात्मा को पाया जा सकता है।कर्म करते रहो फल की चिंता मत करो।वर्षा ऋतु में सबसे प्रिय व्यक्ति की याद आता है। नौ दिनों के कथा वाचन के क्रम में अंतिम दिन श्रद्धालुओं की भारी भीड़ ने रिकॉर्ड तोड़ दिया पंडाल के अंदर और पंडाल के बाहर भीषण गर्मी में भी श्रद्धालुओं ने खड़े होकर मुरारी बापू के मुख से कथा का श्रवण किया।

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