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Post: अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार बना जलमीनार

अधिकारियों की उपेक्षा का शिकार बना जलमीनार

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की वजह से बदहाल बना हुआ है..?जलमीनार निर्माणकाल से है बंद

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए. एल. न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज प्रखंड कार्यालय परिसर में करोड़ो की लागत से बना जलमीनार अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की वजह से बदहाल बना हुआ है। जलमीनार की निर्माण के बाद स्थानीय ग्रामीण सरकारी घोषणाओं को वास्तविक जीवन से जोड़ कर देखने लगे थे कि चलो कुछ हो या ना हो सरकार ने पेयजल की समस्या से निजात दिला दी लेकिन यहां के आवाम का सपना कम ही दिनों में चकनाचूर हो गया। हालात यह कि ग्रामीण प्रतिदिन आशा भरी निगाह से देखते हैं कि शायद आज पानी आ जाए,लेकिन अब लोगों की आशा निराशा में बदल गई है। बता दें कि जिस उद्देश्य से योजना को लाया गया है। इसका लाभ नहीं मिल पा रहा है। योजना को सुचारू ढंग से लागू करने के लिए कई बार लोगों ने अधिकारियों से शिकायत भी की है। बावजूद समस्या अभी भी जस की तस बनी हुई है। बता दें कि आमलोगों तक शुद्ध पेयजल पहुंचे इसको लेकर कई बैठकों में भी आवाज बुलंद की गई लेकिन जल मीनार का पानी लोगों तक नही पहुंच पाया। वर्ष 2009 में जलमीनार का मुख्यमंत्री ने किया था उदघाटन विगत वर्ष 2009 में त्रिवेणीगंज स्थित एएलवाई कॉलेज प्रांगण में सभा के माध्यम से बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जलमीनार का रिमोट से उद्घाटन कर इसे लोगो के लिए समर्पित किया था उद्घाटन के बाद लोगों को विश्वास था कि जलमीनार से आपूर्ति की जाने वाली शुद्ध पानी पी सकेंगे लेकिन उ‌द्घाटन के कुछ महीनों तक ठीक ठाक चलता रहा लेकिन आमलोगों के लिए लगाए गए जगह जगह पर नल व प्लेटफार्म टूटने के बाद इसके रखरखाव नही होने से बंद पड़ गया। जमीन के नीचे बिछाई गई लोहे की पाइप भी खराब होती चली गई जिसे नही सुधारा गया मसलन लोगो के लाई गई योजना पूरी तरह बेपटरी होती चली गई। अधिकारी मानने को तैयार नही की योजना बंद है। कोई भी अधिकारी इसे सुधारने में दिलचस्पी नहीं ले रहे है। सबसे बड़ी बात यह कि अधिकारी अभी भी यह मानने को तैयार नही है की योजना बंद पड़ी है। अधिकारियों द्वारा कहा जा रहा है कि पानी अभी भी सप्लाई की जा रही है जबकि योजना वर्षों से बंद पड़ा है। दिलचस्प यह कि जलमीनार के रखरखाव को लेकर अभी प्रतिवर्ष लाखों की राशि व्यय की जा रही है। हालांकि कुछ मौजूद कर्मी ने बताया कि मोटर खराब है लेकिन जब इसकी पड़ताल की गई तो मोटर चालू स्थिति में है कर्मी व अधिकारियों द्वारा बहलाने की कोशिश पूरे मामले की पोल खोल रहा है वही विभाग के बड़े अधिकारी खुल कर बातें नहीं कर रहे अलबत्ता यह बताने की कोशिश की जा रही है कि जल्द ही स्थिति को दुरुस्त कर लिया जाएगा। स्थानीय लोगों ने पूरे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।

जिससे जलमीनार को लेकर अबतक हुए खर्चे का ब्यौरा साथ ही आमलोगों तक पानी की सप्लाई किन वजहों से बंद पड़ी है इसका खुलासा हो सके पूछने पर पीएचडी विभाग के जेई लाल बाबू साह ने जानकारी देते हुए बताया कि जलमीनार शुचारु रूप से चल रहा है। पानी की सप्लाई तकनीकी कारणों से आज बंद है। ऑपरेटर से पूछने पर बताया कि स्टार जला हुआ है शाम तक चालू कर दिया जाएगा।

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