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Post: नेपाली नदियां हर साल भारतीय भू भाग में मचाती है तबाही

नेपाली नदियां हर साल भारतीय भू भाग में मचाती है तबाही

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

जब कोई नदियां हर साल किसी इलाके में बाढ़ की स्थिति पैदा करती रहे तो चर्चा करना बेहद जरूरी हो जाता है

न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

सुपौल, (ए.एल. न्यूज़)। जिले के निर्मली प्रखंड के कुनौली पंचायत में नेपाल की दो पहाड़ी नदियां भारतीय प्रभाग के कुनौली में मचा रही तबाही। मॉनसून की अवधि चल रही है।

फोटो : संतोष कुमार

लिहाजा इस अवधि में हर जगह जल-जमाव की स्थिति रहना लाजिमी है। लेकिन, जब कोई नदियां हर साल किसी इलाके में बाढ़ की स्थिति पैदा करती रहे तो चर्चा करना बेहद जरूरी हो जाता है। दरअसल नेपाल से बहकर आने वाली खासकर दो नदियां खांरो नदी और जीता नदी भारतीय प्रभाग के कुनौली में हर वर्ष व्यापक पैमाने पर तबाही मचाता है।

छाया : अमिट लेख

कहते हैं नेपाल के पहाड़ी इलाके में बारिश के बाद इस नदी में प्रायः लबालब पानी भर जाता है। जो नेपाल से बहकर भारत नेपाल के सीमावर्ती क्षेत्र सुपौल जिले के कुनौली में बाढ़ जैसे हालत पैदा कर देती है। इसकी खास वजह पूर्व में कुनौली में बने सुरक्षा बांध का टूट जाना भी बताया जा रहा है।

स्थानीय लोगों की माने तो सुरक्षा बांध टूट जाने के कारण कुनौली में नेपाल की दोनों नदियों की धारा संयुक्त होकर एक हो जाती है। जिससे नदी में पानी का वेग बढ़ जाता है। और यह धारा सुरक्षा बांध के टूट जाने के कारण भारतीय प्रभाग के कुनौली इलाके की ओर रुख कर लेती है। जिससे कुनौली का सारा इलाका पल भर में जलमग्न हो जाता है। कुनौली बाजार में तीन से चार फिट पानी हर घर तक दस्तक दे देती है। जिससे आम लोगों की दिनचर्या प्रभावित हो जाता है। हालांकि यह पानी अधिक देर तक नहीं ठहरती लेकिन जितनी देर इलाके में पानी लगी रहती है काफी कुछ बर्बाद कर जाता है। लोगों ने बताया कि नेपाल से आने वाली इन नदियों में तीन महीने के अंदर करीब दस से पंद्रह बार पानी आता है। फिर नदी सुख जाती है। पहाड़ी नदी के इस कोप से कुनौली के लोग काफी परेशान हैं और सरकार से सुरक्षा बांध की मरम्मत करने की मांग की है। ताकि नेपाल की इन दोनों नदियों का पानी कुनौली के इलाके में नहीं आकर आगे कोसी नदी में जाकर समा सके। और कुनौली के लोगों को इससे राहत मिल सके

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