छत्तीसगढ़ किसान सभा (CGKS)
(अ. भा. किसान सभा – AIKS से संबद्ध)
हत्यारों को गिरफ्तार करने की मांग
– अमिट लेख
रायपुर। अखिल भारतीय किसान सभा से संबद्ध छत्तीसगढ़ किसान सभा ने कहा है कि पूरे देश में भाजपा शासित राज्यों की तरह, छत्तीसगढ़ में भी भाजपा सरकार के संरक्षण में और हिंदू सांप्रदायिक संगठनों की अगुआई में बड़े पैमाने पर अल्पसंख्यकों के जीवन और उनकी आजीविका पर हमले हो रहे हैं और हमलावरों को बचाने की कोशिश की जा रही है। यह आरोप छत्तीसगढ़ किसान सभा की राज्य समिति बैठक के बाद जारी प्रेस विज्ञप्ति में लगाया गया है। बैठक में अखिल भारतीय किसान सभा के संयुक्त सचिव और छत्तीसगढ़ प्रभारी बादल सरोज भी उपस्थित थे। बैठक के बाद किसान सभा के राज्य अध्यक्ष जवाहर सिंह कंवर और सचिव कपिल पैकरा ने पिछले माह रायपुर के निकट आरंग में उत्तरप्रदेश के सहारनपुर जिले के तीन पशु व्यापारियों की हिंदू सांप्रदायिक संगठनों के सदस्यों द्वारा पीछा किए जाने और उनकी हत्या करने की घटना की तीखी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस घटना को मॉब लिंचिंग का रूप देने की कोशिश की गई है, जबकि यह सुनियोजित हत्या की स्पष्ट वारदात है। इस घटना की जांच पड़ताल के लिए बनी जंबो एसआईटी के निष्कर्ष अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए है और इस कांड में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार करने में भाजपा सरकार की कोई रुचि नहीं है।
किसान सभा ने भाजपा सांसद बृजमोहन अग्रवाल के इस बयान की भी तीखी आलोचना की है कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों की हत्या नहीं की गई है और उन्होंने आत्महत्या की है। किसान सभा नेताओं ने कहा है कि इस बयान के बाद अब एसआईटी के निष्कर्ष क्या होंगे, यह स्पष्ट है। यह बयान गौ गुंडों को बचाने के लिए दिया गया है और हत्यारों को राजनैतिक संरक्षण दिए जाने का स्पष्ट प्रमाण है। इस देश के नागरिकों की जान-माल और उनकी आजीविका की रक्षा करने के बजाय गौ गुंडों को संरक्षण देना कानून और संविधान का स्पष्ट उल्लंघन है। किसान सभा ने कहा है कि भाजपा सरकार स्पष्ट करें कि किस कानून के तहत प्रदेश में मवेशियों का, विशेषकर भैंसों का, व्यापार प्रतिबंधित है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सत्ता में आने के बाद अपने जनाधार को बनाए रखने के लिए भाजपा नफरत की राजनीति को बढ़ावा दे रही है, जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ रहा है। यह घृणित कांड उसी का नतीजा है।
विज्ञप्ति :
जवाहर सिंह कंवर, अध्यक्ष
कपिल पैकरा, सचिव
छत्तीसगढ़ किसान सभा