विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। यूपी के हाथरस में बीते दिनों एक सत्संग के दौरान भगदड़ हुई थी। इस भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई। वहीं, इसको लेकर पटना सिविल कोर्ट में केस दर्ज हुआ है। भोले बाबा पर पटना में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, इस मामले में पहले ही यूपी में मामला दर्ज हो चुका है। यूपी पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है।
साथ ही भोले बाबा की संपत्ति की भी जानकारी ली जा रही है। अब पटना में मुकदमा दर्ज होने के बाद भोले बाबा की मुश्किलें बढ़ती हुई दिखाई दे रही हैं। बता दें कि हाथरस में भगदड़ दो जुलाई को स्वयंभू संत और उपदेशक नारायण साकार हरि उर्फ ‘भोले बाबा’ के सत्संग के दौरान हुई थी। इसमें 121 लोगों की मौत हो गई थी, जिसमें ज्यादातर महिलाएं शामिल थी। यूपी में दर्ज एफआईआर के अनुसार, कार्यक्रम में 2.50 लाख से अधिक लोग शामिल हुए थे, जबकि प्रशासन ने केवल 80 हजार लोगों को ही अनुमति दी थी। एफआईआर के अनुसार, सत्संग आयोजकों ने सबूत छिपाकर तथा बाबा के अनुयायियों की चप्पलें और अन्य सामान पास के खेतों में फेंक कर कार्यक्रम में मौजूद लोगों की वास्तविक संख्या को छिपाने की कोशिश की थी। ऐसा बताया जा रहा है कि भगदड़ तब मची जब कई श्रद्धालु उपदेशक के पैरों की मिट्टी लेने के लिए दौड़े थे। उनका मानना था कि इससे उनकी सभी बीमारियां ठीक हो सकती हैं। वहीं, हादसे के बाद से ही भोले बाब फरार है। वहीं, सूरज पाल जाटव के बाबा बनने की कहानी कोरोना के बाद शुरू हुई थी। इस दौरान उसके अनुयायियों ने संपत्ति भी बनाई। यही वजह है कि 2020 और उसके बाद के जमीन आंवटन संबंधी फाइलों को खंगाला जा रहा है।