विशेष ब्यूरो बिहार दिवाकर पाण्डेय की रिपोर्ट :
वर्ष 2017 से ही इसे स्मार्ट बनाने की कवायद कई स्तरों पर चल रही है
न्यूज डेस्क, राजधानी पटना
दिवाकर पाण्डेय
– अमिट लेख
पटना, (ए.एल.न्यूज़)। आखिर शहर स्मार्ट कब बनेगा। इस सवाल का जवाब कौन देगा। वर्ष 2017 से ही इसे स्मार्ट बनाने की कवायद कई स्तरों पर चल रही है। बावजूद, आज तक यहां की भी सड़कें स्मार्ट नहीं बन सकी हैं। इन सात सालों में शहर से जलनिकासी तक की पुख्ता व्यवस्था नहीं हो सकी है। अब भी शहर के चार मोहल्ले गत 20 दिनों से भारी जलजमाव से जूझ रहे हैं। बिहारशरीफ शहर के न्यू मगध कोलोनी, कांटा पर, बैंक कोलोनी, विकास नगर समेत चार मोहल्ला जलमग्न हो चुका है।
जलनिकासी नहीं होने से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। गंदे पानी से होकर मोहल्लेवासी आ जा रहे हैं। अगर बारिश हुई तो लोगों की मुसीबत और बढ़ेगी। इससे बीमारी फैलने का डर सता रहा है। बैंक कोलोनी निवासी अभिषेक कुमार, विनोद कुमार, रिंकु कुमार व अन्य ने बताया कि जलजमाव के कारण लगभग 200 घरों के लोग पानी से घिरे हुए हैं. गंदे पानी से होकर ही बाहर जाना पड़ता है। इससे लगभग ढाई हजार लोग परेशान हैं। मुन्ना कुमार, अशोक कुमार, संजय कुमार, प्रभात रंजन, प्रेम कुमार व अन्य ने बताया कि यह शहर कब स्मार्ट बनेगा, पता नहीं। शहर के हजारों लोग अब भी गांवों से भी बदतर स्थिति में जीने को बाध्य हैं। स्थानीय प्रशासन हर बार काम होने की दुहाई देता है। कहता है कि अगले साल से यह परेशानी नहीं होगी लेकिन, यह सुनते सुनते सात साल गुजर गए। शहर में नालों का निर्माण का काम चल रहा है। जल्द ही बड़े नाला का निर्माण हो जाएगा। तब शहर के लोगों को जलजमाव से निजात मिल जाएगी। शहरवासियों को बेहतर से बेहतर सुविधाएं मुहैया कराने का प्रयास किया जा रहा है।