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Post: मंगलपुर घाट पर दबाव बढ़ा, कभी बाढ़ तो कभी कटाव से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं

मंगलपुर घाट पर दबाव बढ़ा, कभी बाढ़ तो कभी कटाव से ग्रामीणों की मुश्किलें बढ़ीं

जिला ब्यूरो नसीम खान “क्या” की रिपोर्ट :

इधर नेपाल में भारी बारिश के कारण पिछले हफ्ते 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था औऱ शुक्रवार को 3.42 लाख पानी छोड़ा गया जिसके बाद मंगलपुर काली घाट में लोगों के घरों तक बाढ़ का पानी आ गया

न्यूज़ डेस्क, बगहा पुलिस जिला 

नसीम खान “क्या”

– अमिट लेख

बगहा, (ए.एल.न्यूज़)। बगहा में कभी बाढ़ तो कभी कटाव से लोगों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। फिलहाल गंडक नदी का जलस्तर लगातार घट बढ़ रहा है। ऐसे में मंगलपुरघाट के पास नदी का दबाव बना हुआ है। जिसके कारण ग्रामीण दहशत में हैं की नदी का पानी कम हुआ तो कहीं भीषण कटाव न शुरू हो जाए । यहीं वज़ह है की नदी तट के लोग आला अधिकारीयों को मौके पर आने व बुलाने की मांग क़र रहें हैं औऱ सरकार व प्रशासन के विरुद्ध प्रदर्शन कर रहे हैं । दरअसल विगत कुछ वर्ष पूर्व गंडक नदी ने मंगलपुर में हीं अर्धनिर्मित एक काली घाट पूल को ध्वस्त कर दिया था जो नदी के बीच में आज़ भी मौजूद है औऱ कटाव की दास्तां को बयां करनें के लिए काफ़ी है । लिहाजा लोग डरे औऱ सहमे हुए हैं हालांकि गंडक नदी की धारा में थोड़ा बदलाव हुआ है। इधर नेपाल में भारी बारिश के कारण पिछले हफ्ते 4 लाख 40 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया था औऱ शुक्रवार को 3.42 लाख पानी छोड़ा गया जिसके बाद मंगलपुर काली घाट में लोगों के घरों तक बाढ़ का पानी आ गया। जबकि नदी किनारे जलसंसाधन विभाग द्वारा जियो बैग और बोल्डर लगाकर बांध को सुरक्षित रखने का बचाव कार्य किया गया है।

लेकिन, जब जलस्तर बढ़ा तो यह सुरक्षात्मक कार्य तेज़ बहाव वाले पानी के आगोश में चला गया है । अब जबकि नदी का जलस्तर घटने लगा है तो लोगों को कटाव की चिंता सता रही है। इस कटाव की आशंका से ग्रामीण बार बार अभियंताओं व प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं की बोल्डर पिचिंग कर बांध को मजबूत बनाया जाए। बाढ़ से प्रभावित औऱ कटाव को लेकर चिंतित आक्रोशित महिलाएं तो यहां तक कह रही हैं की अगर कटाव होना शुरू हुआ और ग्रामीणों को दिक्कतें हुईं तो वे अधिकारियों को उठाकर गंडक नदी में फेंक देंगी… ?

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