जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :
पहाड़ जैसी जिंदगी बिना पति के कैसे काटेगी बेचनी
न्यूज़ डेस्क, जिला सुपौल
संतोष कुमार
– अमिट लेख
सुपौल, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के त्रिवेणीगंज नगर परिषद क्षेत्र के डपरखा वार्ड नंबर सत्ताईस में मंगलवार को पूरी तरह गमगीन था।
एक महीना पहले पंजाब के जलंधर जिले में मजदूरी करने गए पचपन बर्षीय महेंद्र यादव का सर्पदंश से मौत के बाद सोमवार की रात लगभग दो बजे शव घर पहुंचा। देखने के लिए लोगों की भीड़ जमा हो गयी। इधर,बेसुध पत्नी बेचनी अपने बच्चों के साथ फूट-फूट रो रही थी। रोती हुई पत्नी ने बताया कि उसके पति की मौत के बाद घर का चिराग ही अब बुझ गया।
जिसके सहारे कल तक घर चल रहा था। दो छोटी बेटी रिंकी कुमारी उम्र चौदह वर्ष पिंकी कुमारी उम्र पन्द्रह वर्ष एकलौता पुत्र देवेंद्र कुमार उम्र इक्कीस वर्ष सहित अन्य परिजनों की हर छोटी बड़ी मांगे पूरी होती थी। अब कौन पूरा करेगा पत्नी ने बताया थोड़ा बहुत खेती है। उनके पति प्रदेश में मजदूरी कर परिवार का किसी तरह जीवन गुजर बसर कर रहा था। इस बार पंजाब जाते समय कह रहे थे कि तीनों बच्चों को पढ़ाना लिखाना और काबिल बनाना है। पत्नी कहती है कि अब पहाड़ जैसे जिंदगी बिना पति के सहारे वह कैसी काटेगी?मृतक के सभी परिजनों का रो रोकर बुरा हाल था। जानकारी देते हुए मृतक का एकलौता पुत्र देवेंद्र ने बताया कि पिता जी एक महीना पहले पंजाब के जलंधर मजदूर के लिए गए थे। वहां दिन भर मजदूरी करके गुरुद्वार में रहते थे वही पर बीते छ: जुलाई शनिवार को वे सर्पदंश के शिकार हो गए। जिसका नजदीक के अस्पताल में उपचार भी करवाया गया। लेकिन चौदह जुलाई रविवार को लगभग दिन के ग्यारह बजे उनकी मौत हो गई।