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Post: नीतीश कुमार के सुशासन व विकास की तथाकथित छवि ढह रही है : विधायक

नीतीश कुमार के सुशासन व विकास की तथाकथित छवि ढह रही है : विधायक

बेतिया से उप संपादक मोहन सिंह की रिपोर्ट :

अपराधियों पर लगाम लगाने में विफल हो चुकी है नितीश सरकार : भाकपा माले

फिलिस्तीन झंडा के बहाने मुस्लिमों के ऊपर दमन कर रहीं हैं नितीश : मोदी के डबल इंजन की सरकार- वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता

लूट-भ्रष्टाचार व अपराध चरम स्तर पर, नीतीश कुमार को देना होगा जवाब : सुनील कुमार राव

संपादकीय डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

मोहन सिंह

– अमिट लेख

बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। महागठबंधन के दलों (भाकपा माले, राजद, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीएम, वीआईपी) के बैनर तले दलित-गरीबों-महिलाओं-अल्पसंख्यकों पर हो रहे दमन, चौतरफा हिंसा और अपराध के खिलाफ शहिद पार्क से जो आक्रोश मार्च निकाला जो सोवा बाबू चौक, लाल बाजार, तीन लालटेन चौक, मुहर्रम चौक होतें बेतिया जिला समाहरणालय गेट पर सभा में तब्दील हो गया।

फोटो : मोहन सिंह

सभा की अध्यक्षता कांग्रेस नेता शेख कामरान ने किया, सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के पिता की नृशंस हत्या स्तब्ध करने वाली है। उन्होंने कहा कि गया, नवादा, सिवान, मुजफ्फरपुर, सारण, पूर्वी चंपारण, सासाराम, गोपालगंज आदि जिलों में अपराध की घटनाओं में चिंताजनक वृद्धि हुई है। हालत यहां तक पहुंच गई है कि राजधानी पटना और उसके आस-पास के इलाकों में भी अपराधी पूरी तरह बेलगाम हो गए हैं। विगत कुछ दिनों में दो दर्जन से अधिक हत्या के मामले सामने आए हैं।

आगे कहा कि मुर्हरम के मौके पर नरकटियागंज में मुहर्रम के दिन फिलिस्तीनी झंडा लहराने के तथाकथित जुर्म में अभी तक चार लोगों को जेल में डाला गया है और कुल 16 लोगों पर मुकदमा दर्ज कर दमन किया जा रहा है, फिलिस्तीनी जानत अपने ही धरती पर मारे जा रहें है। अभी तक एक लाख 66 हजार से अधिक महिला बच्चे मारे गए हैं, पूरी दुनिया इस जनसंहार का विरोध कर रहा है, हमारा देश हमेशा से पीड़ित देशों के साथ खड़े रहा है, तब कैसे अपराध हो गया, माले विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने सभी गिरफ्तार लोगों को रिहाई करने तथा मुकदमा को खारिज करने की मांग किया, उन्होंने कहा कि इस सवाल को विधानसभा में भी उठाया जाएगा। माले नेता सुनील कुमार राव ने कहा कि बिहार में एक तरफ अपराधी बेलगाम हैं, तो दूसरी ओर सामंती ताकतों का भी मनोबल सर चढ़कर बोल रहा है। दलितोें-महिलाओं और अल्पसंख्यक समुदाय को खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है। गया जिले के टिकारी प्रखंड के चिरैला मांझी में संजय मांझी का सामंतों-भूस्वामियों ने उस वक्त तलवार से हाथ काट डाला, जब वे गरीबों की जमीन पर भूस्वामियों के कब्जे का विरोध कर रहे थे। मुजफ्फरपुर में भाजपा समर्थित सामंती ताकतों ने संजीत मांझी पर जानलेवा हमला किया, उनके शरीर को चाकू से गोद दिया और उसका विरोध करने पर उनकी पत्नी को भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए निर्वस्त्र करने का प्रयास किया। भूस्वामियों ने संजीत मांझी के मुंह में पेशाब करने का पाशविक काम किया। नवादा जिले में 50 वर्षीय पप्पू मांझी की भी हत्या का मामला सामने आया है। इंसाफ़ मंच जिला सचिव सह इंकलाबी नौजवान सभा जिला अध्यक्ष फरहान राजा ने कहा की मुकेश सहनी के 67 वर्षीय वृद्ध पिता की जिस नृशंसता से हत्या की गई, वह साबित करता है कि कानून-व्यवस्था का कोई खौफ अपराधियों को नहीं रह गया है. बिहार का आम नागरिक आज भय व आतंक के साए में जीने को मजबूर हैं। सभा में राजद नेता भारत भूषण दुबे, साधु शरण सिंह, पुर्व विधायक मदन मोहन तिवारी, एजाज़ राजद नेता मुन्ना तिवारी, अमर यादव, जिला अध्यक्ष साहेब हुसैन अंसारी, संजय यादव, मुकेश यादव, शकुन्तला देवी, सम्पूर्ण तिवारी, मानसरोवर, अमजद खां, भाकपा माले नेता संजय यादव, योगेन्द्र यादव, संजय राम, जवाहर प्रसाद, सुरेन्द्र चौधरी, बैरिया मुखिया नवीन कुमार, अफाक अहमद, संजय मुखिया, वीआईपी जिला अध्यक्ष विजय चौधरी आदि नेताओं ने भी सभा को संबोधित किया।

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