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Post: युवती की हत्या कर शव को दफ़नाने मामले की जांच में जुटी पुलिस

युवती की हत्या कर शव को दफ़नाने मामले की जांच में जुटी पुलिस

जिला ब्यूरो संतोष कुमार की रिपोर्ट :

हत्या कर कब्र में दफनाया शव दो सप्ताह बाद बरामद, जांच में जुटी पुलिस

न्यूज़ डेस्क, जिला पश्चिम चम्पारण 

संतोष कुमार

– अमिट लेख

बेतिया, (ए.एल.न्यूज़)। जिले के गणपतगंज वार्ड नंबर छः में दो सप्ताह बाद कब्र से शव को निकालकर पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया शव बरामद होते ही इलाके में फैली सनसनी गई। मामला दर्ज मृत्यु के दो सप्ताह बाद कब्र से शव निकलते ही क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। पुलिस ने मृतिका के पिता द्वारा दिए गए आवेदन के आधार पर कार्यवाही करते हुए मजिस्ट्रेट व एफएसएल टीम की मौजूदगी में शव को निकालकर पोस्टमार्टम में भेजे जाने की पूरी प्रक्रिया पूरी कर ली गई। मिली जानकारी के अनुसार राघोपुर थाना क्षेत्र के गणपतगंज वार्ड नंबर छः में बीते अठारह जुलाई को एक शादीशुदा लड़की की हत्या कर उसे आनन-फानन में दफना दिया गया था। इस दौरान मृतक के पिता दिल्ली में थे। बताया जा रहा है कि इसी दौरान ससुराल वालों ने अपनी बहु को गणपतगंज उसके मायके लेकर आ गया और अगले दिन उनकी हत्या कर दी गयी। घटना के बाद ग्रामीण जब तक पूरा मामला समझ पाते और मृतिका के पिता दिल्ली से अपने घर आते तब तक लड़की को दफना दिया गया। घटना के कुछ दिन बाद लड़की के पिता ने थाना में आवेदन दिया जिसके बाद आज कोर्ट के आदेशानुसार राघोपुर पुलिस एवं मजिस्ट्रेट व एफएसएल टीम के सामने कब्रिस्तान से शव को निकालकर पोस्टमार्टम के लिए ले जाया गया। जानकारी देते हुए मृतक के पिता मो इलियास ने बताया कि वे अपनी बाईस वर्षीय छोटी बेटी सालेहा फातमी की शादी डेढ़ वर्ष पूर्व सहरसा जिले के सराही निवासी मो अंसार आलम के साथ किया था। शादी के छः महीने बाद ससुराल वालों ने उनके साथ मारपीट शुरू कर उन्हें प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। बताया कि ससुराल वालों ने उनकी बेटी पर दहेज के रूप में पांच लाख रुपया मांगने का दबाब बनाने लगा जिस पर उनके द्वारा मना करने पर लड़की के साथ वे लोग मारपीट करने लगे। बताया कि सालेहा को एक बेटी हुई जिसके बाद ससुराल वाले उन्हें और प्रताड़ित करने लगा। बताया कि ससुराल वालों ने बेटी का जेवर, गहना छीनकर उन्हें मायके गणपतगंज भेज दिया और बोला जब तक दहेज के रुपया लेकर नही आओगी तब तक ससुराल वापस मत आना। मो इलियास ने बताया कि सत्रह जुलाई को मेरा दामाद एवं दामाद की अम्मी मेरे घर आये और दूसरे दिन अठारह जुलाई को दोपहर करीब साढ़े तीन बजे जब मेरी बड़ी बेटी घर पर नही थी और मेरी पत्नी सो रही थी, इसी दौरान मेरे दामाद और उनकी अम्मी के द्वारा मेरी छोटी बेटी का गला दबाकर हत्या कर दिया गया और वे लोग चिल्लाने लगा कि वो गिर गई है। चिल्लाने की आवाज सुनकर मेरी पत्नी जब दौड़कर छत पर गई तो देखी बेटी को दमाद अपने गोद मे लेकर नीचे आ रहा था और बोल रहा था कि सालेहा छत से गिर गई है। बताया कि उनकी पत्नी ने बेटी के गला पर एक निशान देखी लेकिन उनके द्वारा निशान छिपा दिया गया। बताया कि दामाद एवं उनके अन्य लोगो के द्वारा सालेहा को सहरसा स्थित एक निजी क्लिनिक में ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बताया कि हत्या के दूसरे दिन मैं दिल्ली से घर आया तब तक बेटी के ससुराल वालों ने दफनाने का सारा प्रकिया पूर्ण कर लिया था। बताया कि जब तक हम कुछ समझ पाते तब तक सब लोगो ने उसे कब्रिस्तान में दफना दिया। उन्होंने बताया कि घटना के तीन दिन बाद जब उनकी पत्नी को होश आया तब जाकर वो पूरी बात बताई और राघोपुर थाना में आवेदन देकर न्याय का गुहार लगाया। वही स्थानीय कुछ लोगो ने बताया कि मोहर्रम के मेला देखने के बाद वो लोग घर आया। मेला के दूसरे दिन दोपहर में लड़की के ससुराल वालों ने उनकी गला दबाकर हत्या कर दी। इस मामले में राघोपुर थानाध्यक्ष नवीन कुमार ने बताया कि मृतक के पिता द्वारा आवेदन दिया गया है। मामले की जांच कर आज मजिस्ट्रेट एवं एफएसएल टीम के साथ वीडियोग्राफी कराते हुए कब्रिस्तान से शव को निकालकर पोस्टमार्टम हेतु भेज दिया गया है। आगे की प्रक्रिया की जा रही है।

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